भारतीय वायुसेना ने कहा कि उसे खुशी है कि पाकिस्तान द्वारा पकड़े गए विंग कमांडर अभिनंदन कल घर लौटेंगे और इसे सद्भाव के संदेश के रूप में पेश किये जाने को खारिज किया, साथ ही जोर दिया कि यह जिनीवा संधि के अनुरूप है. वायुसेना, थलसेना, नौसेना ने जोर दिया कि सशस्त्र बल मुस्तैद हैं और जमीन, वायु और समुद्र में सुरक्षा संबंधी किसी चुनौती से निपटने को तैयार है. वायुसेना उप प्रमुख एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने संवाददाताओं से कहा, 'हमें खुशी है कि अभिनंदन कल मुक्त हो जायेंगे और हम उनके लौटने को लेकर आशान्वित हैं.'
#WATCH Air Vice Marshal RGK Kapoor: We are happy that our pilot who had fallen across the Line of Control and was in custody of Pakistan is being released, we're extremely happy to have him back. We only see it as a gesture which is in consonance with all Geneva conventions. pic.twitter.com/Dg5Cpel4Lw
— ANI (@ANI) February 28, 2019
उन्होंने कहा कि अभिनंदन जिस मिग 21 विमान को उड़ा रहे थे, वह हवाई संघर्ष के दौरान क्रैश हो गया और इस क्रम में पाकिस्तान के एफ..16 विमान को मार गिराया गया. उन्होंने कहा कि वह सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे लेकिन उनका पैराशूट पाकिस्तान की ओर बढ़ गया और तब से पाकिस्तान में हैं.
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बृहस्पतिवार को अपनी संसद में कहा कि शांति के संदेश के तौर पर भारतीय पायलट अभिनंदन को कल रिहा कर दिया जायेगा.
यह पूछे जाने पर कि क्या वायु सेना इसे सद्भाव के संदेश के रूप में देखती है, उन्होने कहा कि हम इसे जिनीवा संधि की भावना के अनुरूप देखते हैं. एवीएम कपूर ने सेना, नौसेना के प्रतिनिधियों के साथ संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार और मुस्तैद हैं और जमीन, वायु और समुद्र में सुरक्षा संबंधी किसी चुनौती से निपटने को तैयार है.
सेना के तीनों अंगों की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविर को निशाना बनाया गया और उसके बाद पाकिस्तानी विमानों ने भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन किया और इसके बाद उत्पन्न घटनाक्रम के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है.
एवीएम कपूर ने कहा कि पाकिस्तान वायुसेना के विमानों ने हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की लेकिन उससे हमारे किसी भी रक्षा प्रतिष्ठान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने झूठ बोला कि एफ-16 का इस्तेमाल नहीं किया गया जबकि इस बात के पर्याप्त प्रमाण है. पाकिस्तान के पास केवल एफ..16 ही ऐसा विमान है जिसमें एमरॉन मिसाइल लगाया जा सकता है और एमरॉन मिसाइल के टुकड़े राजौरी के पूरब में भारतीय क्षेत्र में मिले हैं. इसके अलावा विमान के इलेक्ट्रानिक सिग्नेचर के मिलान से भी इसकी पुष्ठि हुई है.
बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाने से नुकसान के बारे में एक सवाल के जवाब में भारतीय वायु सेना के एबीएम आर जी के कपूर ने कहा कि हमारे पास साक्ष्य हैं कि जो करना चाहते थे , जो लक्ष्य था, हमने उसे हासिल किया है.
वहीं, भारतीय नौसेना के रियर एडमिरल दलवीर सिंह गुजराल ने कहा कि वह समुद्र में पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है. दूसरी ओर, सेना के मेजर जनरल एस एस महाल ने कहा कि तनाव पाकिस्तान की ओर से बढ़ाया गया है, दुश्मन यदि उकसाता है तो भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन करता रहेगा हम उनके आतंकी शिविरों को निशाना बनायेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दो दिनों में संघर्षविराम का 35 बार उल्लंघन किया गया है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से हमारे सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया, उकसावे की कार्रवाई उनकी तरफ से हुई. हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिये तैयार हैं. सेना ने कहा कि यंत्रीकृत बल को तैयार रखा गया है, सैनिक किसी भी सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं.