प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम से उनके पिता के साल 2006 में वित्तमंत्री रहने के दौरान एयरसेल-मैक्सिस सौदे में कथित लाभ प्राप्त करने के संबंध में पूछताछ की।
कीर्ति से एयरसेल-मैक्सिस सौदे में कथित रूप से अपनी कंपनी द्वारा धनशोधन करने के आरोप में यहां निदेशालय के मुख्यालय में पूछताछ की गई।
इस पूछताछ के दौरान ईडी ने पाया कि कार्ति और ए. पालानीप्पन (पी. चिदंबरम के भतीजे) द्वारा प्रवर्तित कंपनी एडवांटेज स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग प्रा. लि. ने कथित रूप से मैक्सिस समूह से सॉफ्टवेयर कंसल्टेंसी की आड़ में दो लाख डॉलर प्राप्त किए थे।
ईडी इस मामले में धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रहा है, साथ ही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भी इस मामले की जांच कर रहा है।
दोनों एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि कार्ति ने किस प्रकार से एयरसेल-मैक्सिस सौदे में विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से मंजूरी हासिल की थी।
पिछले साल सितंबर में ईडी ने इस मामले में कीर्ति की 1.16 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया था। यहां एक विशेष अदालत ने 24 मार्च को कार्ति को गिरफ्तारी से 16 अप्रैल तक अग्रिम सुरक्षा प्रदान की थी।
सीबीआई द्वारा विशेष अदालत में दाखिल आरोप-पत्र के मुताबिक, मॉरिशस की ग्लोबल कम्यूनिकेशन सर्विसिस होल्डिंग्स लि. जो कि मैक्सिस की सहयोगी कंपनी है, उसने एयरसेल में 80 करोड़ डॉलर के निवेश की मंजूरी प्राप्त की थी।
भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आरोप लगाया था कि 2006 में एयरसेल-मैक्सिस सौदे को मंजूरी देने के लिए चिदंबरम ने एफआईपीबी नियमों में छेड़छाड़ किया था।
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Source : IANS