गुजरात विधानसभा चुनाव में मनमाफिक नतीजे नहीं मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी के भीतर अंदरखाने में सुगबुगाहट तेज हो गई है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने कहा है कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के बयान के कारण गुजरात में राहुल गांधी की मेहनत के नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल और मणिशंकर अय्यर के बयान से नुकसान हुआ है।
उन्होंने दावा किया कि 2019 के आम चुनाव के लिये राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी के विकल्प के रूप में उभर चुके हैं।
मोइली ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने गुजरात के पूरे चुनावी माहौल को भावनात्मक रंग देने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग की है।
मणिशंकर अय्यर के 'नीच' वाले बयान पर उन्होंने कहा, 'हमारे लोग जैसे मणिशंकर अय्यर को पीएम के खिलाफ उन मुद्दों को नहीं उठाना चाहिये था।'
मोइली ने कहा, 'हो सकता है। पीएम ने उस बयान को कांग्रेस और हमारे नेता के खिलाफ हमला करने के लिये इस्तेमाल किया। हमें सावधान रहना चाहिये।'
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उन्होंने सिब्बल के बयान को भी 'बेवजह' करार दिया। सिब्बल ने कहा था कि राम मंदिर पर सुनवाई 2019 के चुनावों के बाद की जाए क्योंकि इसका असर लोगों पर पड़ता है और बीजेपी राममंदिर के मुद्दे को चुनावों में भुनाएगी।
उन्होंने कहा, 'उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिये था। उन्हें पार्टी की तरफ से ऐसा बयान देने के लिये अधिकृत नहीं किया गया था।'
मोइली ने कहा, 'चुनावों के समय हमारी पार्टी के नेताओं को संयम बरतना चाहिये और उनमें इस तरह के मुद्दों पर राजनीतिक समझ होनी चाहिये।'
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, 'राहुल गांधी और नेतृत्व द्वारा जो भी किया गया, उस पर कई बार ऐसे बयानों से पानी फिर गया।' सोमवार को गुजरात और हिमाचल के विधानसभा चुनावों के परिणाम घोषित हुए जिसमें बीजेपी ने दोनों राज्यों में सत्ता हासिल की है।
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Source : News Nation Bureau