अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की निंदा की. एआईकेएस का कहा कि किसानों की कर्जमाफी की तुलना लॉलीपॉप से करना असंवदेनशील बयान है. एआईकेएस ने एक बयान में कहा, 'कृषि क्षेत्र के गंभीर संकट में होने, किसानों की आमदनी घटने से उनके कर्ज तले दबने के इस दौर में कर्जमाफी से उनकी पीड़ा कम होगी, बशर्ते इसका लाभ वास्तव में किसानों तक पहुंचना चाहिए. संकटग्रस्त किसानों को इससे क्षणिक राहत मिलेगी.'
किसान संगठन ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी की सरकार उत्पादन लागत में वृद्धि को कम करने और और फसलों का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित कराने में विफल रही है.'
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एआईकेएस ने कहा कि कर्जमाफी को लेकर मोदी का हालिया बयान कपटपूर्ण तमाचा है. संगठन ने कहा कि 2014 के आम चुनाव के दौरान उन्होंने अपने भाषणों में न सिर्फ किसानों की कर्जमाफी का वादा किया था, बल्कि हर किसी के खाते में 15 लाख रुपये जमा करवाने का भी वादा किया था.
Source : IANS