सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज में चुनावी रैली करते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई और बीजेपी पर हमला बोला. अखिलेश ने कहा ये देश का सबसे बड़ा चुनाव होने जा रहा है. यहां की जनता जान गई, कि पहले चरण में यूपी की जनता ने महागठबंधन के पक्ष में मतदान किया. बीजेपी का खाता नहीं खुलने वाला. किसी ने कल्पना भी नहीं कि थी, कि सपा-बसपा साथ चुनाव लड़ेगे. बीजेपी महागठबंधन को महामिलावट कह रहे हैं, हम उन्हीं से पूछने चाहते हैं कि 38 दलों के गठबंधन को क्या कहेंगे. इनका गठबंधन कुछ भी हो, लेकिन यूपी का महागठबंधन महापरिवर्तन करने वाली है. इन्होंने 5 साल क्या किया? अच्छे दिन आ गए क्या? अच्छे दिन है तो हम एक्सप्रेस-वे से पहुंचकर देख लेंगे? उन्होंने रोजगार के नाम पर पकौड़े निकालने की बात कही है.
अखिलेश ने कहा, वो हमें नासमझ समझ रहे हैं, लेकिन पकौड़े सरसो के तेल के अच्छे होते हैं ना कि विदेशी तेल के ये आय दोगुनी तक नहीं कर पाए. 5 किलो की खाद तक चोरी कर ली, इन्होंने नौजवानों की नौकरी चोरी कर ली, 100 नंबर वाली व्यवस्था को बाबा सीएम ने क्या कर दिया. ये पहले चाय वाले बनकर आए थे, लेकिन चाय तो तब बनेगी जब दूध अच्छा हगा, अब चौकीदार बनकर आए हैं चौकीदार की चौकी छीन लो. जितना बीजेपी ने झूठ बोला और कोई नहीं बोल सकता. ये देश की 1 फीसदी अमीर लोगों के पीएम हैं. नोटबंदी में रसूलाबाद का एक बच्चा पैसा निकालने की लाइन में पैदा हुआ था. इसकी निशानी रसूलाबाद के ही पास है. हमारे गठबंधन को सराब बताते है, हिंदी खराब हो गई और शराब वाला भाग गया काला धन लेकर लेकिन हमें लखनऊ से इलाहाबाद नहीं जाने दिया गया. दिल्ली में इतने चौकीदार बैठे हैं, लेकिन दिल्ली से हजारों करोड़ रूपये लेकर लोग विदेश भाग गए. न काला धन आया, जीएसटी लगा दिया, व्यापारी बर्बाद हो गया.
सीमा पर हो रहे हमलो पर अखिलेश ने कहा, ये अब सीमा सुरक्षा की बात करते हैं. हमारे देश की सीमा बीजेपी के कारण सुरक्षित नहीं है, बल्कि इस देश के किसान के बेटे के कारण सीमा सुरक्षित है. ये बीजेपी के लोग शहीदों के आकड़े बता रहे हैं. हर दिन जवान शहीद हो रहे हैं, सरकार से कहा कि शहीदों को 2 करोड़ मदद करो, लेकिन नहीं की. हमारी सरकार आने पर 1-1 करोड़ की मदद करेंगे. पिछले चुनाव में ये लोग श्मशान-कब्रिस्तान की बात पर चुनाव लड़े थे ये आपस में लड़ाते हैं. ये कहते थे कि यादवों ने सब नौकरी ले ली ये यादवों को अपमानित करते थे हमारे प्रजापति, लोधी, कुशवाहा विश्वकर्मा समाज को हक मिलना चाहिए. हम किसी का हक छीनना नहीं चाहते. देश में संख्या के आधार पर आरक्षण मिले तो ही समस्या हल हो सकती है. बाबा मुख्यमंत्री ने हमारे मुख्यमंत्री आवास छोड़ने पर गंगा जल का छिड़काव कराया था. हमारे लैपटॉप आज भी खराब नहीं हुए होंगे. बाबा मुख्यमंत्री ने किसी को लैपटॉप देना तो छोड़ो, छीन भी लिया. पेंशन योजना कन्या विद्याधन जैसी योजना बंद कर दी. हम लौटने पर दोबारा शुरु करेंगे. दिल्ली में महागठबंधन आने पर हम समाजवादी पेंशन बढ़ाकर 3 हजार कर देंगे.
एक्सप्रेस-वे के किनारे मंडी बन रही थी, कि किसानों को सहयोग मिलेगा, लेकिन वो मंडी को भी रोक दिया. रसूलाबाद में नई टेक्नोलॉजी से सड़क बननी थी, लेकिन वो भी फंस गई. हमने 48 घंटे में घर बनाने के बारे में बताया, लेकिन हमारे बाबा मुख्यमंत्री को कुछ समझ में नहीं आता. बीजेपी वाले जो शौचालय बना रहे हैं, वो दो गढ्ढे वाले हैं, जिसमें पानी है ही नहीं। ये बीजेपी वाले शौचालय से शुरु करते हैं और शौचालय पर ही खत्म करते हैं. ये डिंपल का चुनाव है, लड़ जरूर डिंपल रही हैं, लेकिन ये चुनाव हमारा है. कुछ लोग मोटरसाइकिल से आ रहे हैं और गांव वालों को कुछ समझा रहे हैं. ये लोग कोटेदार से वोट दिलवाने की बात कर रहे हैं. बीजेपी वालों छोटी सोच छोड़ों ये लोग डिंपल के क्षेत्र में नहीं रहने को मुद्दा बना रहे हैं. 10वीं,12वीं की भर्ती रोक दी दिल्ली में आने पर हम दोबारा इसे शुरु करेंगे चौकीदार ने किसानों तक को चौकीदार बना डाला.
Source : News Nation Bureau