उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा समाजवाद का मज़ाक उड़ाए जाने से नाराज़ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसे संविधान की अवमानना करार देते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है।
सीएम योगी ने बुधवार को विधान परिषद में कहा था कि कुछ लोग सर्कस के शेर की तरह हैं जो दूसरों के जूठन पर जीते हैं और खुश होते हैं कि उन्होंने शिकार किया है।
उन्होंने समाजवाद पर भी हमला किया। जिस पर समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने आपत्ति जताते हुए उसे सदन की कार्यवाही से निकालने की मांग की।
सीएम योगी के बयान के बाद अखिलेश ने ट्वीट कर कहा, 'भारत के संविधान की उद्देशिका में ‘समाजवादी’ शब्द संविधान की मूल भावना के रूप में दर्ज है। यूपी के मुख्यमंत्री का समाजवाद को झूठा, समाप्त और धोखा कहना संविधान की अवमानना का गंभीर मुद्दा है।'
उन्होंने कहा कि सीएम योगी को अपने बयान के लिए देश से माफ़ी मांगनी चाहिए या एक सच्चे योगी की तरह अपने पद का त्याग कर देना चाहिए।
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सीएम योगी ने कहा कि देश को समाजवाद नहीं रामराज्य की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा, 'मुझे इस फर्जी ब्रांड के बारे में पता है। इस ब्रांड को जर्मनी में नाज़ीवाद और इटली में फासीज्म कहा जाता था। क्या आपने इसका बिगड़ा हुआ रूप गुंडागर्दी के तौर पर उत्तर प्रदेश में नहीं देखा है।'
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Source : News Nation Bureau