यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सोमवार दोपहर ममता बनर्जी से हुई मुलाकात के सियासी मायने तलाशे जा रहे हैं।
दरअसल सोमवार दोपहर अखिलेश यादव पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने लखनऊ से दिल्ली गए और उनसे मुलाकात की।
इसके बाद से यह कयास लगाए जा रहें है कि क्या यह मुलाकात सिर्फ मुलाकात भर थी या फिर यह दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की कोशिश के लिए उठाई गई पहल थी।
यूपी विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी के अंदर मंथन का दौर चल रहा है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी के बढ़ते वर्चस्व से सभी पार्टियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है और अब एक एक करके पार्टियां एकजुट होकर सामने आ रही हैं।
सपा सूत्रों की मानें को इस मुलाकात में राष्ट्रपति चुनाव से लेकर भविष्य के गठबंधन तक पर चर्चा हुई है। सोमवार को दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत का खुलासा नहीं हो पाया है लेकिन इसे दोनों के बीच गठबंधन से जोड़ कर देखा जा रहा है।
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बता दें कि इससे पहले भी जब केंद्र सरकार ने नोटबंदी का फैसला किया था, तब ममता बनर्जी ने लखनऊ में इसके खिलाफ प्रदर्शन किया था। ममता बनर्जी के इस प्रदर्शन में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार ने उन्हें पूरा सहयोग किया था।
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इस प्रदर्शन में सपा के भी कई नेताओं ने हिस्सा लिया था की ओर से उसके कई वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया था। तब ममता बनर्जी ने खुलकर अखिलेश यादव की तारीफ भी की थी। ऐसे में अब इन दोनों नेताओं की मुलाकात को मजबूत राजनीतिक रिश्तेदारी के दौर पर देखा जा रहा है।
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Source : News Nation Bureau