सोमवार से देश 'अनलॉक 1' (Unlock-1) की दिशा में पहला कदम रख चुका है. नए दिशा-निर्देशों के अनुसार कंटेनमेंट या रेड जोन को छोड़ कर बाकी जगह पाबंदियों में चरणबद्ध तरीकों से राहत मिलनी शुरू हो जाएगी. यह अलग बात है कि कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) के मामलों ने भी तेज रफ्तार पकड़ ली है. आंकड़ों की भाषा में बात करें तो कोविड-19 संक्रमण के मामलों में 9वीं पायदान पर रहा भारत बीते 24 घंटों में ही दो पायदान की छलांग लगा कर सातवें पायदान पर आ गया है. अब जब आज से अधिकांश जीवन सामान्य होने जा रहा है, तब कोरोना के मामले किस गति से सामने आएंगे, यह एक गंभीर चिंता का विषय है. हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपनी 'मन की बात' कार्यक्रम में स्पष्ट कह चुके हैं कि लड़ाई लंबी है, देश खुल रहा है आपका ऐहितयात बरतने का अभ्यास नहीं छूटना चाहिए.
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कंटेनमेंट जोन में 30 जून तक लॉकडाउन
रविवार को आए नए दिशा-निर्देशों के मुताबिकनिषिद्ध क्षेत्रों में लॉकडाउन 30 जून तक बढ़ाने की घोषणा की है. 8 जून से शॉपिंग मॉल, रेस्त्रां, धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत होगी, जबकि देश के सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में सख्त पाबंदियां जारी रहेंगी. देश में कुल 30 नगर निकाय क्षेत्रों को सर्वाधिक प्रभावित माना जा रहा है. गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा, मेट्रो ट्रेनों, सिनेमा हॉल, जिम, राजनीतिक सभाओं आदि को शुरू करने का निर्णय परिस्थितियों का आकलन करने के बाद लिया जाएगा. गाइडलाइंस के जरिए राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शिक्षण संस्थानों को जुलाई से खोलने के संबंध में अभिभावकों और अन्य संबंधित लोगों के साथ चर्चा कर सकते हैं. आज से दी जा रही ढील में कर्फ्यू का समय भी बदल कर रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक कर दिया गया है. इस दौरान आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के अलावा देशभर में अन्य लोगों के बाहर निकलने पर पाबंदी होगी.
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48 हजार मरीज एक हफ्ते में मिले
'अनलॉक 1' के साथ भारत कोरोना वायरस संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में सातवें स्थान पर आ गया है. रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा 8,237 नए मामले सामने आए, जिसके बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,85,061 हो गए हैं जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 5,404 हो गई है. देश में कोरोना से हालात कितने गंभीर होते जा रहे हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देश में 48,000 नए मरीज पिछले एक हफ्ते में मिले हैं. ये देश में 30 जनवरी को मिले पहले मरीज के बाद से अब तक मिले कुल मरीजों की करीब एक चौथाई संख्या है. पिछले 11 में से 9 दिनों में हर दिन बीते 24 घंटों में आए सर्वाधिक मरीजों का रेकॉर्ड बना है.
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2000 मरीजों की पिछले 12 दिनों में गई जान
सबसे ज्यादा चिंताजनक आंकड़े कोरोना से जान गंवाने वाले मरीजों के हैं. रविवार को 224 लोगों की मौत कोरोना वायरस से संक्रमण के चलते हुई. यह अब तक का एक दिन में दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा है. इससे पहले शुक्रवार को 270 मरीजों की एक दिन में मौत हुई थी. देश में अब तक 5,404 मरीजों की जान जा चुकी है. इनमें से 2,000 मरीजों की मौत तो सिर्फ पिछले 12 दिनों में हुई है. सबसे ज्यादा गंभीर हालात महाराष्ट्र में हैं. यहां रविवार को कोविड-19 संक्रमण के 2,487 और मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 67,655 हो गई है. इसके अलावा 89 मरीजों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद 2,286 तक पहुंच गई है.
HIGHLIGHTS
- कोरोना संक्रमण के मामले में भारत दो छलांग लगा 7वें पर आया.
- महज बीते एक हफ्ते में ही मिले कुल संख्या के एक-चौथाई मरीज.
- कोविड-19 फैलने की इस रफ्तार के बीच शुरू हुआ 'अनलॉक 1'.