उत्तराखंड के केदारनाथ में साल 2013 में आए भीषण आपदा में गुम हुई 17 साल की लड़की चंचल 5 सालों के बाद अपने परिजनों से मिल गई. मनोरोग से जूझ रही चंचल उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अपने परिवार वालों से मिली. अलीगढ़ के बन्नादेवी इलाके की रहने वाली चंचल के दादा-दादी हरीश चंद और शकुंतला देवी ने उसके वापस घर आने पर कहा कि यह एक चमत्कार जैसा है.
चंचल अपने मां-बाप के साथ केदारनाथ तीर्थयात्रा के लिए गई थी. उसी दौरान केदारनाथ में आए भीषण जल प्रलय में उसके पिता बह गए थे लेकिन कुछ समय के बाद उसकी मां वापस आ गई थी. हरीश चंद कहते हैं कि चंचल अभी भी अपने पिता को याद करती रहती है.
इस त्रासदी के वक्त चंचल 12 साल की थी, वहां मौजूद लोगों ने जम्मू स्थित अनाथालय को उसे सौंप दिया था. बाद में अलीगढ़ में चाइल्डलाइन एनजीओ के निदेशक ज्ञानेंद्र मिश्रा ने उसे वापस लाने में मदद की.
ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया, 'पिछले कुछ महीनों से अनाथालय प्रबंधन के लोग ध्यान दे रहे थे कि लड़की अपने बोलने की सीमित क्षमता के बावजूद अलीगढ़ शहर के बारे में कुछ बताना चाह रही थी.'
और पढ़ें : रामदेव का BJP सरकार पर तंज, कहा- हम सांप्रदायिक और हिंदू नहीं, आध्यात्मिक भारत बनाना चाहते हैं
इसके बाद उनलोगों ने अलीगढ़ के विधायक संजीव राजा से संपर्क किया और फिर ज्ञानेंद्र मिश्रा की मदद ली गई. बाद में चाइल्डलाइन संस्था बच्ची को पुलिस की मदद से उसके परिवार से पहचान कराया और फिर उसे पहुंचाया गया.
Source : News Nation Bureau