अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी तिरंगा रैली को लेकर सुर्ख़ियों में छाया हुआ है. बुधवार को यूनिवर्सिटी ने दो छात्रों को कैंपस में बाइक पर तिरंगा यात्रा निकालने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. एएमयू प्रशासन का कहना है कि तिरंगा यात्रा के लिए अनुमति नहीं ली गई थी. प्रॉक्टर द्वारा जारी किए गए नोटिस में 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया था. जवाब नहीं देने पर तिरंगा यात्रा निकालने वाले छात्र नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. यूनिवर्सिटी के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर ओमर सलीम ने कहा, 'छात्रों ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है. पीआरओ ने कहा, 'इसके लिए इजाजत नहीं दी गई थी और ये कदम अवैध है. 26 जनवरी और 15 अगस्त को यूनिवर्सिटी में एक हफ्ते प्रोग्राम का आयोजन होता है, छात्रों को उसमें भाग लेना चाहिए.' छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है और यूनिवर्सिटी के नियम के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इस मसले पर बीजेपी विधायक दलबीर सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है. बीजेपी विधायक के भतीजे अजय को यूनिवर्सिटी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्होंने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एएमयू प्रशासन ने नोटिस जारी किया. मुझे नहीं लगता उसने कुछ गलत किया है. हर रोज़ किसी न किसी बात पर अलग-अलग मुद्दों पर रैली का आयोजन किया जाता है, एक तो अफ़ज़ल गुरु के समर्थन में भी थी, तिरंगा यात्रा में क्या गलत था.'
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पिछले साल नवंबर में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भारत के नक़्शे से गायब कश्मीर को लेकर विवाद खड़ा हो गया था. इस मुद्दे को लेकर सियासत भी काफी उबाल आया. यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम को लेकर पोस्टर लगाए गए जिसमें कश्मीर गायब था . इसकी खबर प्रशासन को मिलते ही पोस्टर हटवाए गए और कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल कमांडर मन्नान वानी की शोकसभा को लेकर भी विवाद खड़ा हुआ था. तीन कश्मीरी छात्रों को यूनिवर्सिटी से निलंबित कर देने पर छात्रों ने मोर्चा खोल दिया था.
Source : News Nation Bureau