देश में 10 रुपये के सिक्कों के अलग-अलग डिजाइन को लेकर जो भ्रम की स्थिति बनी हुई थी वो अब खत्म खत्म हो हो गई है। ज्यादातर लोगों को लग रहा था कि जिसपर रुपये का चिन्ह या फिर अशोक स्तंभ नहीं है वो नकली सिक्के हैं।
इसी को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने साफ कर दिया है कि 10 रुपये का कोई भी सिक्का देश में अमान्य नहीं है। आरबीआई के मुताबिक ये सिक्के देश में विशेष मौकों पर जारी किए जाते हैं।
अभी देश में शेरावाली की फोटो वाला सिक्का, संसद की तस्वीर वाला सिक्का, बीच में 10 लिखा हुआ सिस्का, होमी जहांगीर भाभा की तस्वीर वाला सिक्का, महात्मा गांधी की तस्वीर वाला सिक्का चलन में है। लेकिन इसको लेकर लोगों में भ्रम रहता है और वो उसे नकली मानते हैं। इसी वजह से वो दुकानदार से ऐसे सिक्के लेने से कतराते हैं।
आरबीआई के मुताबिक कई अवसरों पर आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक थीम पर सिक्के जारी किए जाते हैं। सिक्कों में 2011 में रुपये का चिह्न शामिल करने के बाद बदलाव आया था। सिक्का लंबे समय तक सही रहते हैं इसलिए मुमकिन है कि बाजार में अलग-अलग डिजाइन के सिक्के आए गए हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक अगर कोई दुकानदार या फिर कोई आम शख्स इन सिक्कों को लेने से मना करता है तो उसपर राजद्रोह का केस हो सकता है क्योंकि ये भारत की वैध मुद्रा है।
Source : News Nation Bureau