भारतीय हज समिति ने कोरोना वायरस महामारी के कारण हज-2021 के सारे आवेदन रद्द कर दिए हैं. मंगलवार को समिति ने इस निर्णय की जानकारी दी. हज यात्रा 2021 को लेकर सऊदी अरब ने पिछले दिनों कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के चलते इस साल 60 हजार से अधिक लोगों को हज की अनुमति नहीं होगी और वे सभी स्थानीय होंगे. सरकार द्वारा संचालित सऊदी प्रेस एजेंसी पर हज एवं उमरा मंत्रालय का हवाला देते हुए एक बयान में यह घोषणा की गई थी. बयान में कहा गया है कि इस साल हज जुलाई के मध्य में शुरू होगा. इसमें 18 से 65 साल की आयु के स्थानीय लोग हिस्सा ले सकेंगे. मंत्रालय ने कहा कि हज यात्रियों के लिए टीका लगवाना अनिवार्य है. बयान में कहा गया है कि सऊदी अरब ने हाजियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा और उनके देशों की सुरक्षा के बारे में निरंतर विचार-विमर्श के बाद यह फैसला लिया है.
बता दें, इस साल भी कोरोना महामारी के कारण सऊदी अरब सरकार ने दूसरे देशों के श्रद्धालुओं को हज के लिए आने की अनुमति नहीं दी है. इसलिए ये आवेदन निरस्त करने के अलावा हज समिति के समक्ष कोई दूसरा चारा नहीं था. सऊदी अरब में रहने वाले 60 हजार लोग इस बार हज यात्रा करेंगे. सऊदी अरब साम्राज्य ने सऊदी अरब के भीतर नागरिकों और निवासियों को सीमित संख्या में हज 1442 में भाग लेने की अनुमति देने का फैसला किया है, "भारत की हज समिति ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा. अंतरराष्ट्रीय हज रद्द होने के साथ, भारतीय हज समिति ने हज 2021 के लिए सभी आवेदनों को रद्द करने का फैसला किया है. इससे पहले, केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकबी ने कहा था कि भारत चल रहे कोरोना वायरस महामारी के बीच सऊदी अरब सरकार के वार्षिक हज के फैसले के साथ खड़ा होगा. उन्होंने यह भी कहा कि भारत फैसले के साथ खड़ा रहेगा. ज्ञात हो कि 2020 में पवित्र शहर मक्का में वार्षिक तीर्थयात्रा को भी रद्द कर दिया गया था।
HIGHLIGHTS
- 18 से 65 साल की आयु के स्थानीय लोग हज में हिस्सा ले सकेंगे
- मंत्रालय ने कहा कि हज यात्रियों के लिए टीका लगवाना अनिवार्य है
- सऊदी अरब में रहने वाले 60 हजार लोग इस बार हज यात्रा करेंगे
Source : News Nation Bureau