वैभव राउत और श्रीकांत पनगरकर समेत सभी 4 आरोपियों को 3 सितम्बर तक के लिए एटीएस की हिरासत में भेजा गया है। बता दें कि वैभव राउत सनातन संस्था से जुड़े हैं और श्रीकांत पनगरकर शिवसेना के पूर्व कॉरपोरेटर हैं। इन्हें 12 अगस्त को मुंबई से सटे नालासोपारा से गिरफ़्तार किया गया था।
महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) ने वैभव राउत और श्रीकांत पनगरकर समेत 2 अन्य लोगों को भी गिरफ़्तार किया था। इन सभी लोगों पर कथित रूप से राज्य के अलग-अलग हिस्सों में विस्फोट की साज़िश रचने का आरोप है।
गिरफ्तारी के बाद मीडिया से बात करते हुए एटीएस अधिकारी ने कहा, 'एटीएस ने राउत के घर से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की थी। छापेमारी में मैगजीन के साथ 11 देसी तमंचे, एक एयरगन, पिस्तौल की दस नली, छह पिस्तौल मैगजीन, आंशिक रूप से बनी छह पिस्तौल, आंशिक रूप से बनी तीन मैगजीन और हथियार के कई भाग जब्त किए गए।'
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आपको बता दें कि वैभव राउत एक सक्रिय गो रक्षक हैं और हिंदु गोवंश रक्षा समिती में सक्रिय हैं। सभी हिन्दू संगठनों को एकत्रित करने और आंदोलन में शामिल होते रहे हैं लेकिन पिछले कुछ महीनो से वो सक्रिय नहीं थे।
Source : News Nation Bureau