नागर विमानन निदेशालय (डीजीसीए) ने शनिवार को कहा कि भारतीय विमानन कंपनियां ईरानी हवाई क्षेत्र का उपयोग करने से बचने के लिए अपनी उड़ानों का मार्ग बदलेंगी. मार्ग बदलने का यह फैसला अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर किया गया है. डीजीसीए ने एक ट्वीट के जरिए कहा, "डीजीसीए के परामर्श से सभी भारतीय विमान संचालकों ने यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए ईरानी हवाई क्षेत्र के प्रभावित हिस्सों से बचने का फैसला किया है."
डीजीसीए की यह एडवायरी अमेरिकी उड्डयन विनियामक फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) द्वारा जारी एक नोटिस के बाद आई है. एफएए ने अपने 'नोटिस टू एयरमेन' में अमेरिका में पंजीकृत विमानों को तेहरान उड़ान सूचना क्षेत्र से अगली सूचना तक नहीं उड़ाने को कहा है. यह फैसला सैन्य गतिविधियां तेज होने और राजनीतिक तनाव बढ़ने के मद्देनजर लिया गया है.
ईरान द्वारा अमेरिकी ड्रोन को मार गिराए जाने के बाद संयुक्त अरब अमीरात की जनरल सिविल एविएशन अथॉरिटी (जीसीएए) ने पंजीकृत ऑपरेटरों को अपनी उड़ानों का मार्ग बदलने को कहा है.
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एतिहाद एयरवेज ने बताया कि अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के फैसले के बाद ईरान के नियंत्रित हवाई क्षेत्र में अमेरिकी एयरलाइन संचालन को प्रतिबंधित करने के लिए एतिहाद एयरवेज ने यूएई जनरल सिविल एविएशन अथॉरिटी और अन्य यूएई एयरलाइनों के साथ मिलकर बातचीत की है.
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HIGHLIGHTS
- DGCA से बातचीत के बाद सभी भारतीय ऑपरेटर्स ने बदले रूट
- इसके पहले एतिहाद ने अपनी उड़ानों को किया था निलंबित
- एतिहाद कई रास्तों पर वैकल्पिक उड़ान मार्गों का उपयोग करेगा