प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व के टॉप टेन क्रिमिनल में शामिल करने पर गूगल के संस्थापक, सीईओ तथा इंडिया हेड को इलाहाबाद की एक अदालत ने नोटिस जारी किया है. दरअसल में दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल पर टॉप 10 इंडियन क्रिमिनल टाइप करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर आ रही है और इस पर देश भर में बवाल मचा हुआ है. गौरतलब है कि गूगल सर्च इंजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को टॉप टेन क्रिमिनल में डाला गया है. हालांकि इस गलती के बाद गूगल ने माफी मांगी थी, लेकिन फोटो को अभी तक गूगल के द्वारा सर्च इंजन से नहीं हटाया गया था. इसके बाद से कोर्ट इस मामले में बेहद ही गंभीर है. बता दें कि इस मामले में अगली सुनवाई 31 अगस्त को होगी.
हालांकि गूगल के द्वारा प्रधानमंत्री को पहली बार अपमानित नहीं किया गया है. बल्कि इससे पहले भी 2015 में जिस शख्स को पूरी दुनिया विकास मॉडल के रूप में जानती थी उसे गूगल के सर्च इंजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के बेवकूफ प्रधानमंत्रियों की लिस्ट में शामिल करने की हिमाकत की थी.
बहरहाल पीएम के अपमान का यह मामला ऐसा है कि सियासी बवंडर उठना तय है. इस मामले को लेकर लोग सोशल मीडिया पर जमकर गूगल की आलोचना कर रहे है. बता दें, कोर्ट में यह शिकायत सुशील कुमार मिश्रा नाम के वकील ने की थी। केस की अगली सुनवाई 31 अगस्त को होनी है. शिकायत में कहा गया था कि दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल पर टॉप 10 इंडियन क्रिमिनल टाइप करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर दिखाई जा रही है. खबर की माने तो सुशील ने गूगल से फोटो को हटाने के लिए भी कहा था लेकिन उन्हें गूगल की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद सुशील इस मामले की शिकायत को पुलिस स्टेशन में भी गए थे. इस मामले में इलाहाबाद के जिला जज ने गूगल के सीईओ और इंडिया हेड को नोटिस जारी कर गूगल के सीईओ लैरी पेग को तलब किया है.साथ ही कोर्ट ने गूगल और उसके अफसरों के खिलाफ क्रिमिनल कम्प्लेंट दर्ज करने के आदेश दिए और 31 अगस्त को होने वाली अगली सुनवाई से पहले जवाब देने के लिए कहा है.
Source : News Nation Bureau