बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने 2019 लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर मंगलवार को साफ कर दिया कि कांग्रेस के साथ गठबंधन तभी होगा जब वे सम्मानजनक सीटें ऑफर करेंगे।
मायावती की प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है जब कहा जा रहा था कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में वह कांग्रेस के साथ गठबंधन करने जा रही हैं।
मीडिया को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा, 'बीएसपी गठबंधन के साथ तभी चुनाव लड़ेगी जब पार्टी को सम्मानजनक सीटें मिलेगी।'
मायावती के बयान से साफ है कि 2019 लोकसभा चुनाव के लिए भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ विपक्षी पार्टियों का महागठबंधन सीट बंटवारे पर ही निर्भर करेगा।
विपक्षी पार्टियों में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के लिए सभी राज्यों में अलग-अलग क्षेत्रीय दलों के साथ सीटों पर समझौता करना एक बड़ी चुनौती साबित होने वाली है।
इससे पहले सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि विपक्षी पार्टियों में सिर्फ राहुल गांधी ही नहीं, कोई भी प्रधानमंत्री बन सकता है।
इसके अलावा मायावती ने अलवर लिंचिंग घटना की भी निंदा की और कहा कि यह संकीर्ण मानसिकता वालों का काम है।
उन्होंने कहा, 'मॉब लिंचिंग की घटनाओं संकीर्ण मानसिकता वाले बीजेपी सदस्यों और समर्थकों का कृत्य है, लेकिन वे इसे देशभक्ति मानते हैं। मैं अलवर लिंचिंग की घटना का विरोध करती हूं लेकिन बीजेपी इस मामले में सही कार्रवाई नहीं करेगी। इसलिए मैं कोर्ट को इस मामले में हस्तक्षेप करने का निवेदन करती हूं।'
देश भर में लिंचिंग की घटनाओं पर बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए मायावती ने कहा कि बीजेपी सरकार अपने बचकानी फैसलों के कारण हमेशा याद की जाएगी।
उन्होंने कहा है कि इसी बचकानी निर्णयों के कारण निर्दोष लोगों के मॉब लिंचिंग की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।
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Source : News Nation Bureau