30 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा का आगाज़ जम्मू में साधुओं के पहुंचने के साथ शुरू हो गया है. देश के अलग अलग कोनों से 200 से ज्यादा साधु और साध्वियों ने जम्मू में बाबा बर्फानी के पहले दर्शनों के लिए डेरा डाल दिया है. जम्मू के राम मंदिर के अलावा कई दूसरे मंदिरों में भोले के इन सबसे चहेते भक्तों के रहने की व्यवस्था की गई है. हर साल ये सभी भक्त बाबा के दर्शनों के लिए सबसे पहले पहुंचते आए हैं. पिछले करीब 2 सालों से कोविड के कारण यात्रा न होने के कारण ये लोग भी बेसब्री से बाबा के दर्शन करने का इंतज़ार कर रहे थे, जो अब खत्म होने जा रहा है. जम्मू पहुंचे इन सभी साधुओं का 27 जून को मंदिर में ही रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा और 28 जून को जम्मू से बालटाल और पहलगाम के लिए जाने वाले पहले जत्थे में सभी साधु शामिल होंगे.
साधुओं में यात्रा को लेकर उत्साह
30 जून को ये सभी साधु अमरनाथ गुफा में होने वाले पहले दर्शनों का हिस्सा बनेंगे. वहीं जम्मू के राम मंदिर पहुंचे ये सभी साधु बाबा के दर्शनों को लेकर उत्साहित नज़र आ रहे हैं. लगतार ये सभी साधु मंदिर में बाबा के उद्घोषों के साथ भक्ति के रंग में झूमकर और गाकर बाबा की भक्ति में लीन दिखाई दे रहे हैं. खास बात ये है कि ये सभी साधु भिन्न-भिन्न तरह के त्रिशूल और वाद्य यंत्र लेकर पहुंचे हैं. मंदिर में ही उनके रहने और खाने-पीने की व्यवस्था भी की गई है. साधुओं की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अधिकारियों को भी मंदिर परिसर में तैनात किया गया है.
11 अगस्त तक चलेगी अमरनाथ यात्रा
वहीं, अमरनाथ यात्रा की बात करे तो इस बार 43 दिन की यात्रा 30 जून से 11 अगस्त तक चलने वाली है. यात्रा को लेकर जम्मू-कश्मीर सरकार की तरफ से सभी इंतज़ाम पूरे कर लिए गए हैं. जम्मू से लेकर अमरनाथ गुफा तक सभी यात्री शिवरों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. श्राइन बोर्ड लगतार सोशल मीडिया के जरिये अमरनाथ यात्रा आने वाले श्रद्धालुओं को जरूरी गाइड लाइन की जानकारियां मुहैया करवा रहा है. मौसम को देखते हुए श्राइन बोर्ड ने इस बार कई तरह के बड़े कदम उठाए हैं. भक्तों को मौसम संबधी किसी मुसीबत का सामना न करना पड़े इसके लिए 36 रेस्क्यू टीम को 20 कैंपों में तैनात किया गया है, जो लखनपुर, कठुआ, सांबा, विजयपुर, बाड़ी ब्राह्मणा, भगवती नगर आधार शिविर, उधमपुर, रामबन, बालटाल, पहलगाम में तैनात रहेंगी. इसके साथ कि सुरक्षा को देखते हुए 45 से 50 हज़ार सुरक्षाकर्मियों को यात्रा की सुरक्षा में तैनात किया गया है.
HIGHLIGHTS
- 30 जून से शुरू हो रही है 43 दिन चलने वाली यात्रा
- श्रद्धालुओं के लिए श्राइन बोर्ड-सरकार की तैयारियां पूरी