राजनीतिक उद्देश्यों के लिए फेसबुक यूजर्स के कथित डेटा लीक मामले में पूरी दुनिया में मचे कोहराम के बाद फेसबुक ने सरक्षा के कदम उठाए हैं। सोशल साइट ने थर्ड पार्टी एप के लिये युसेज पॉलिसी नियमों में बदलाव किया है ताकि उपयोग करने वाले की जानकारी उन्हें कम मिले।
पूरी दुनिया में फेसबुक के 2 बिलियन यूज़र्स हैं जिसमें से 200 मिलियन भारत से हैं। कैंब्रिज एनालिटिका के डेटा चुराने के खुलासे के बाद से फेसबुक आलोचना का शिकार हो रहा है।
बुधवार को फेसबुक के सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग ने गलती मानते हुए कहा कि वो अमेरिकी कांग्रेस के सामने जाकर सवालों का जवाब देंने में खुशी होगी। इधर इस खुलासे के बाद भारत ने भी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
फेसबुक ने एक ब्लॉगस्पॉट में कहा, '... हमने हमारे प्लेटफॉर्म के गलत इस्तेमाल और लोगों के डेटा का गलत उपयोग देखा है... और हम जानते हैं कि हमें ज्यादा करने की ज़रूरत है। ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम फेसबुक यूज़र्स की निजता की सुरक्षा करें।'
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डेटा घोटाला की खबर तब आई जब एक खुलासे में पता चला कि कैंब्रिज एनालिटिका जिसने ट्रंप के साथ चुनावों में काम किया उसने 50 मिलियन फेसबुक यूज़र्स के डेटा बिना उनकी जानकारी के लिये। संभवतः फेसबुक के डेटा डिलीट करने के निर्देश के बाद भी कंपनी ने डेटा को अपने पास रखा।
राजनीतिक उद्देश्यों के लिए फेसबुक उपभोक्ताओं के कथित डेटा लीक की खबरों की रिपोर्ट सामने आने के बाद फेसबुक कड़ी प्रतिक्रिया का सामना कर रहा है।
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Source : News Nation Bureau