चीन की चालबाजी में फंसे नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) ने भारत के साथ सीमा विवाद को लेकर जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है. नेपाल के प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को फोन पर भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सरकार और भारत के लोगों को बधाई दी है. इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में भारत के हालिया चुनाव के लिए बधाई भी दी है. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच फोन पर करीब 10 मिनट तक बातचीत हुई.
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सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों में कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के संदर्भ में दोनों नेताओं ने आपसी एकजुटता जताई. मोदी ने इस संबंध में नेपाल को भारत के निरंतर समर्थन की पेशकश की. प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री को उनके टेलीफोन कॉल के लिए धन्यवाद दिया. इसके साथ ही भारत और नेपाल के सभ्यता और सांस्कृतिक संबंधों को याद किया.
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आपको यह भी बता दें कि सीमा पर तनाव को लेकर भारत और नेपाल के बीच 17 अगस्त को द्विपक्षीय वार्ता होने वाली है. भारतीय राजदूत विजय मोहन क्वात्रा और नेपाल के विदेश सचिव शंकर दास बैरागी के बीच यह बातचीत होगी. नेपाल द्वारा मई में नया राजनीतिक मानचित्र जारी किये जाने से दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव पैदा होने के बाद यह पहली मुख्य वार्ता होगी. क्वात्रा और बैरागी के बीच समीक्षा प्रक्रिया के तहत होने वाली यह वार्ता भारत और नेपाल के दरम्यान होने वाले नियमित संवाद का हिस्सा है.
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ज्ञात हो कि भारत और नेपाल के बीच काफी समय से सीमा पर विवाद चल रहा है. कुछ समय पहले नेपाल ने नया राजनीतिक नक्शा जारी किया था, जिसमें लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को उसके क्षेत्र में दिखाया गया. भारत इन इलाकों को अपना मानता है. जून में नेपाल की संसद ने देश के नए राजनीतिक मानचित्र को मंजूरी दे दी, जिस पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया था.