राजस्थान की राजनीति में इस समय जबरदस्त उथल-पुथल चल रही है. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बगावती तेवर अपना लिए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों की मीडिया के सामने परेड करके यह दावा किया कि उनके पास बहुमत है. हालांकि बीजेपी ने अशोक गहलोत के दावे पर सवाल उठाते हुए बहुमत परीक्षण (फ्लोर टेस्ट) की मांग की है.
बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर अशोक गहलोत के पास बहुमत है, तो उन्हें जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट करा कर अपना बहुमत साबित करना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि वे अपने विधायकों को रिसॉर्ट में ले जा रहे हैं, तो स्पष्ट रूप से उनके पास संख्या नहीं है. और केवल अपरिहार्य देरी है.
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दरअसल, कांग्रेस का कहना है कि उनके पास स्पष्ट बहुमत है. मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार का कहना है कि कांग्रेस के पास 107 विधायकों का समर्थन है. बता दें कि बहुमत के लिए 101 विधायकों की आवश्यकता है.
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इधर, सचिन पायलट की भी मानने की खबर सामने आ रही है. राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin pilot) भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता नहीं लेंगे. आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा था. आपको बता दें कि रविवार की रात को सचिन पायलट ने गहलोत सरकार के अल्पमत में होने का दावा ठोक दिया था. उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार रात दावा किया कि 30 से अधिक कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया है.
Source : News Nation Bureau