राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिलने के बाद उत्साह में आई बीजेपी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने दोपहर बाद प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा, राहुल गांधी को देश की जनता को यह बताना चाहिए कि उन्हें डील से संबंधित सूचना कौन उपलब्ध करा रहा है. उन्होंने बार-बार इस सवाल को उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष को घेरने का प्रयास किया. विधानसभा चुनाव में मिली मात के बाद बीजेपी को राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बड़ी राहत मिली है और पार्टी हर कीमत पर इसे भुना लेना चाहती है. तभी तो फैसला आते ही मोदी सरकार के अधिकांश मंत्रियों ने ट्वीट कर राहुल गांधी और कांग्रेस को घेरने का प्रयास किया. वहीं दोपहर बाद अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस कर राहुल गांधी को घेरने की कोशिश की. आइए जानते हैं बीजेपी अध्यक्ष के प्रेस कांफ्रेंस की 9 बड़ी बातें :
- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपनी सूचना का आधार बताना चाहिए. आखिर जनता को पता होना चाहिए कि राहुल गांधी किस बात को आधार बनाकर राफेल डील पर सवाल खड़े कर रहे हैं. उन्हें डील के बारे में सूचनाएं कौन दे रहा था?
- कांग्रेस की बी टीम कोर्ट में केस लड़ रही थी, क्योंकि केस में दम नहीं था, इसलिए राहुल गांधी सामने नहीं आए. अगर उनके आरोप सही हैं तो उन्होंने याचिका क्यों नहीं दायर की थी.
- जेपीसी जांच की मांग पर अमित शाह बोले, हम सदन में चर्चा के लिए तैयार हैं. जितना समय कांग्रेस चाहेगी, उतना समय तय किया जाए. जेपीसी सदन में चर्चा के बाद ही बनेगी.
- राहुल गांधी से पूछा, आखिर 2007-14 तक यह डील क्यों नहीं हुई. सारे के सारे प्लेन फ्रांस से बनकर आने हैं. यहां पर कोई विमान नहीं बन रहा है. 2001 में यह प्रक्रिया शुरू हुई थी. 2003-14 तक कांग्रेस की सरकार थी, राहुल गांधी को बताना चाहिए यह सौदा तब क्यों नहीं हुआ?
- अमित शाह ने बड़ा हमला बोलते हुए कहा, चोर ही चौकीदार को चोर-चोर बोलता है, लेकिन यहां जनता को पता है कि उनका चौकीदार चोर नहीं है.
- कांग्रेस सरकार ने हमेशा सौदे में बिचौलियों के लिए जगह रखी. मोदी सरकार ने सरकार से सरकार की बात की और किसी बिचौलिए के लिए कोई जगह नहीं रखी.
- अमित शाह ने कहा, जिन लोगों ने भी इस मामले में लोगों को भ्रमित करने का काम किया है उन्हें देश की सेना और जनता से माफी मांगनी चाहिए.
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- राफेल की खरीद प्रक्रिया पर कोर्ट ने कोई संदेह नहीं दिखाया है. शाह ने कहा कि कोर्ट ने देश की जरूरत बताया है. राफेल के दाम पर भी जांच की जरूरत नहीं है.
- कोर्ट का फैसला कांग्रेस के चेहरे पर चांटा है. कोर्ट ने कहा कि इस में किसी को भी आर्थिक फायदा नहीं पहुंचाया गया है.
राफेल डील पर नरेंद्र मोदी सरकार को तो मिली क्लीनचिट, लेकिन देश को नहीं
Source : News Nation Bureau