गोवा कांग्रेस के प्रवक्ता जितेंद्र देशप्रभु ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह का शनिवार को गोवा आने का 'वास्तविक' मिशन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के शयनकक्ष से राफेल सौदे से संबंधित फाइल लेना था. उन्होंने यह भी कहा कि राफेल सौदे से संबंधित दस्तावेज जो कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया में लीक हुए हैं, वह राफेल फाइलों का हिस्सा हो सकता है, जो पर्रिकर के निजी आवास में रखे हुए हैं.
देशप्रभु ने पार्टी के राज्य मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा, "कांग्रेस आरोप लगाती है कि शाह का गोवा दौरा मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के घर से फाइलों को लेने के लिए था.. फाइलें ले ली गई हैं. फाइलों को ले लेने के बाद वे(शाह और भाजपा) शांति से रह सकते हैं और उसके बाद वे मनोहर पर्रिकर को हटा सकते हैं, क्योंकि उसके बाद वे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को ब्लैकमेल नहीं कर पाएंगे."
उन्होंने कहा कि एक लीक ओडियो टेप, जिसमें कथित रूप से एक पत्रकार का स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे के साथ बातचीत रिकार्ड है, उसने पहले ही इसकी पुष्टि कर दी है कि पूर्व रक्षामंत्री राफेल सौदे से संबंधित फाइल अपने कमरे में रखते हैं.
विवादास्पत टेप में राणे को एक बेनाम पत्रकार को यह कहते सुना जा सकता है कि पर्रिकर ने हालिया कैबिनेट की बैठक में कहा था कि राफेल फाइल उनके शयनकक्ष में रखा हुआ है. इसपर संसद में जनवरी में हंगामा हुआ था.
देशप्रभु ने अब आरोप लगाया है कि शाह ने राज्य का दौरा इस संबंध में फाइलों को एकत्रित करने के लिए किया और पणजी में पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करने से पहले पर्रिकर के साथ उनके निजी आवास पर अनौपचारिक रूप से 45 मिनट तक रहे.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया में लीक हुए दस्तावेज पूर्व रक्षामंत्री के आवास से निकले हैं.
उन्होंने कहा, "यह संभव है कि कुछ दस्तावेज वहां से निकल गए हों. क्योंकि एन. राम(द हिूंद के) दस्तावेजों का हवाला दे रहे हैं. दस्तावेज अन्य जगहों से भी आ रहे हैं. ये कहां से आ रहे हैं? अमित शाह का काम पर्रिकर के शयनकक्ष से फाइल हटाना था, ताकि उनका घोटाला उजागर न हो पाए."
Source : IANS