महाराष्ट्र (Maharashtra) में कुछ दिनों से जारी राजनीतिक अस्थिरता के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने ऐसा बयान दिया है कि महाविकास आघाड़ी में हाहाकार मच जाएगा. अमित शाह ने कहा, महाराष्ट्र की सरकार को कोई बचा नहीं सकता. हालांकि उन्होंने यह भी कहा, वहां शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की महा विकास आघाड़ी (MVA) की सरकार है और जब तक इन तीन दलों में भरोसा बरकरार है तब तक कोई कुछ नहीं कर सकता. आपस में भरोसा ना रहने पर वहां की सरकार को कोई नहीं बचा सकता.
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराने और महाराष्ट्र में बीजपी सरकार बनने की संभावनाओं पर भी बात की.
कोरोना संक्रमण के बीच मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराने के सवाल पर बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘मैंने कुछ नहीं किया है. यह कांग्रेस का आंतरिक मामला था. मध्य प्रदेश सरकार बचाने की जिम्मेदारी मेरी नहीं हो सकती. यह सोनिया और राहुल गांधी की जिम्मेदारी थी.
उन्होंने कहा, ‘उनकी पार्टी से इतने बड़े-बड़े नेता इस्तीफा देकर निकल गए. इतना बड़ा गुट निकल गया और कांग्रेस पार्टी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा. मध्य प्रदेश में किसी ने दलबदल नहीं कराया. सबने इस्तीफा दिया और फिर बीजेपी में शामिल हुए.’
अमित शाह बोले, कोरोना वायरस के खिलाफ देश लड़ाई लड़ रहा है. ऐसे में भला बीजेपी किसी भी राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश क्यों करेगी? लेकिन अगर महाविकास अघाड़ी सरकार की तीनों पार्टियों में कोई नाराज़ होकर गठबंधन तोड़ देता है तो वहां की सरकार कैसे बची रह सकती है.
महाराष्ट्र राष्ट्रपति शासन की बीजेपी नेता नारायण राणे की मांग पर अमित शाह ने कहा, वह देश में किसी भी विषय पर अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार रखते हैं. महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के कार्यकलाप से कांग्रेस और एनसीपी दोनों नाखुश हैं और गाहे-बगाहे यह खुलकर सामने आ रहा है. कुछ दिन पहले ही राहुल गांधी ने उद्धव सरकार के खिलाफ सनसनीखेज बयान भी दिया था.
Source : News Nation Bureau