आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मणिपुर को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने सोमवार को राज्य की राजधानी इंफाल में कहा कि, हम मणिपुर को टूटने नहीं देंगे.. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया कि, कुछ लोगों द्वारा घुसपैठ के जरिए मणिपुर की जनसांख्यिकी को बदलने की कोशिश की जा रही है. एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, चाहे कुछ भी हो जाए, कोई कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन हम मणिपुर को तोड़ने नहीं देंगे.
शाह ने कहा कि, देश के सभी समुदायों को साथ लेकर और राज्य को तोड़े बिना मणिपुर में शांति स्थापित करना नरेंद्र मोदी सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि, राज्य के सीएम बीरेन सिंह भले ही ये न कहें, लेकिन उन्होंने पीएम मोदी के सामने एक बड़ी मांग रखी- इनर लाइन परमिट के बिना मणिपुर एकजुट नहीं रह सकता. भाजपा सरकार ने इनर लाइन परमिट देकर मणिपुर को मजबूत किया है. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि, देश की किस्मत तब बदलेगी जब पूर्वोत्तर और मणिपुर की किस्मत बदलेगी.
गौरतलब है कि, पिछले साल मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' का आयोजन किया गया था. इस दौरान राज्य में जमकर हंगामा हुआ, जिसके परिणामस्वरूप 3 मई को मणिपुर में जातीय संघर्ष के बाद कम से कम 219 लोग मारे गए थे.
मणिपुर की स्थिति में सुधार: पीएम मोदी
बता दें कि, पिछले हफ्ते, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक स्थानीय अखबार को इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि, मणिपुर की स्थिति में 'उल्लेखनीय सुधार' हुआ है. वहीं पिछले साल संसद में बोलते हुए पीएम मोदी ने मणिपुर के लोगों की पीड़ा को दूर करने की प्रतिबद्धता जताई थी.
उन्होंने कहा था कि, वे मणिपुर के लोगों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि, भारत आपके साथ है. संसद आपके साथ है. हम मिलकर इस चुनौती का समाधान ढूंढेंगे.
Source : News Nation Bureau