पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले सूबे में उठा सियासी तूफान ढेर सारे उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरने वाला है. हालिया दौरे में अमित शाह ने टीएमसी सरकार के वरिष्ठ मंत्री रहे शुवेंदु अधिकारी समेत कांग्रेस और सीपीएम के किले में जबर्दस्त सेंध लगाई थी. अमित शाह अब फिर 12 जनवरी को बंगाल दोरे पर जाने वाले हैं. ऐसा लग रहा है कि उनका यह दौरा भी काफी सनसनीखेज साबित होगा. इसकी वजह बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को लेकर लगाई जा रही अटकलें हैं, जो 24 घंटे के भीतर-भीतर बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के साथ मुलाकात करने के बाद आज अमित शाह से मुलाकात करेंगे.
गौरतलब है कि रविवार शाम बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच मुलाकात हुई. हालांकि राजभवन ने इसे सामान्य शिष्टाचार भेंट बताया, लेकिन बंगाल टाइगर को लेकर इसके बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया. इसके पहले भी सौरव को लेकर ऐसी कयासबाजी सामने आई थी. इस कड़ी में महत्वपूर्ण बात यह है कि सोमवार को अमित शाह औऱ सौरव गांगुली की मुलाकात होनी है. इसका सबब बनेगी डीडीसीए की तरफ से अरुण जेटली की लगाई जा रही प्रतिमा.
वैसे अमित शाह को चाणक्य यूं ही नहीं कहा जाता है. उन्होंने बंगाल के पिछले दौरे में साफ-साफ कहा था कि अभी यह शुरुआत है. यानी शाह अपने आगामी दौरे में सौरव गांगुली के रूप में टीएमसी को एक और झटका दे सकते हैं. सौरव के बीजेपी में आने का मतलब होगा कि टीएमसी को कोलकाता और उसके आसपास के शहरी इलाकों में जबर्दस्त झटका. वैसे भी शाह तय रणनीति के तहत उन इलाकों का दौरा कर रहे हैं, जहां दीदी कमजोर हैं. कोलकाता के आसपास टीएमसी का पुख्ता गढ़ है और दादा के रूप में दीदी को मात देने की रणनीति पर बीजेपी काम कर रही है.
बंगाल के राज्यपाल से रविवार को मुलाकात के बाद सौरव गांगुली आज दिल्ली आ रहे हैं. वो डीडीसीए के एक इवेंट में शामिल होंगे. इस इवेंट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे. दरअसल, आज कोटला मैदान में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की मूर्ति का अनावरण होना है. इस कार्यक्रम में सौरव भी शिरकत करेंगे. हालंकि रविवार को राज्यपाल से मुलाकात को 'कर्टसी कॉल' बता दादा ने पत्रकारों के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया. हालांकि राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि सौरव गांगुली के साथ उनकी कई मुद्दों पर चर्चा हुई.
Source : News Nation Bureau