बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कोलकाता के मायो रोड पर 'युवा स्वाभिमान समवेश' रैली को संबोधित करते हुए राज्य की सत्ताधीन सरकार और कांग्रेस पर निशाना साधा। हाल ही में असम में जारी किए गए NRC (नेश्नल रजिस्टर ऑफ़ सिटिजन) मुद्दे को लेकर अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी अवैध प्रवासियों को क्यों बचाना चाहती हैं? क्या वो नहीं चाहती कि बंगाल के हिंदू और मुसलमान भाइयों को उनका अधिकार मिले? इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर भी वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि वो NRC मुद्दे को लेकर अपना रूख़ साफ़ नहीं कर रही है।
इससे पहले पश्चिम बंगाल युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह को हवाईअड्डे से बाहर आने के बाद काले झंडे दिखाए।
मोटर साईकिपर सवार युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शाह के काफिले को नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से बाहर निकलते ही काले झंडे दिखाए और उनके व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध नारे लगाए। पुलिस ने बाद में उन्हें वहां से हटाया।
अमित शाह की रैली की मुख्य बातें:
1. ममता जी के शासन में घुसपैठ नहीं रोका गया, तो पश्चिम बंगाल सलामत नहीं है। घुसपैठ रोकने का आसान तरीका NRC है और बीजेपी की सरकार यहां बनी तो बंगाल में भी यह लागू किया जाएगा।
2. ममता सरकार ने राज्य में लॉ एंड ऑर्डर खत्म कर दिया है यहां बस अपराधियों का बोलबाला है। जब तक ममता बनर्जी को बंगाल से बेदखल नहीं किया गया, तब तक बीजेपी की 19 राज्यों में सरकार बेमानी है।
3. हमारे लिए वोट बैंक से पहले देश आता है। आप जितना चाहो हमारा विरोध कर लो लेकिन हम एनआरसी की प्रक्रिया को रोकने वाले नहीं है।
4. NRC के विरोध में ममता जी ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की लेकिन यह एक प्रक्रिया है अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने की। क्या बांगलादेशी अप्रवासी को राज्य से बाहर नहीं भेजना चाहिए।
5. बंगाल में तृणमूल की सरकार आने के बाद से ही राज्य में तरह तरह के भ्रष्टाचार को बोलबाला हो गया है। जिस बंगाल में पहले कीर्तन- भजन और रविंद्रनाथ टैगोर की संगीत सुनाई देती थी आज वहां बम के धमाके सुनाई दे रहे हैं।
6. ममता बनर्जी को बांगला देशियों की चिंता है लेकिन पश्चिम बंगाल के हिंदू और मुस्लिम भाइयों की चिंता नहीं है। यहां उनके रोज़गार से ममता सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता।
7. ममता दीदी और कांग्रेस एनआरसी के मुद्दे पर अपना रुख़ स्पष्ट करें।
8. बीजेपी बंगाल विरोधी नहीं है बल्कि ममता सरकार विरोधी है।
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9. बीजेपी इस बात की परिचायक है कि बंगाल में सत्ता परिवर्तन होने वाला है।
Source : News Nation Bureau