भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह के काफिले पर आंध्र प्रदेश के तिरुपति के अलीपीरी में पथराव किया गया।
घटना के दौरान शाह बालाजी मंदिर से पूजा-अर्चना कर वापस लौट रहे थे। आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के मुद्दे पर केंद्र द्वारा नाइंसाफी करने का आरोप लगाते हुए तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के कार्यकर्ताओं ने शाह के काफिले को रोकने की कोशिश की।
हाथों में काले झंडे लिए कार्यकर्ता सड़क पर जमा हो गए और 'अमित शाह वापस जाओ' व 'हम न्याय चाहते हैं' के नारे लगाने लगे।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण करने की कोशिश की। इस दौरान किसी ने पथराव कर दिया, जिससे काफिले में शामिल एक वाहन की खिड़की का शीशा टूट गया। बीजेपी के कुछ स्थानीय नेताओं ने कार से उतर कर प्रदर्शनकारियों की पिटाई कर दी।
अपने परिवार के साथ गुरुवार शाम को तिरुपति आए शाह ने शुक्रवार सुबह मंदिर में पूजा-अर्चना की। घटना के वक्त शाह अपने परिवार के साथ हवाईअड्डे वापस जा रहे थे।
पुलिस ने कहा कि हमले के दौरान बीजेपी अध्यक्ष और उनके परिजनों का वाहन क्षतिग्रस्त नहीं हुआ, लेकिन कुछ बीजेपी नेता के कार हमले की जद में आ गए।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा दिया। इनमें से एक ने आरोप लगाया कि मोदी ने 2014 चुनावी अभियान के दौरान भगवान वंकटेश्वर की उपस्थिति में इस शहर में किए गए अपने वादे को नहीं निभाया।
राज्य के मुख्यमंत्री और टी़डीपी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने शाह के काफिले पर हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि टी़डीपी एक अनुशासन वाली पार्टी है और अनुशासन तोड़ने वालों को उन्होंने चेतावनी दी। नायडू ने कहा कि वह किसी के भी खिलाफ हिंसा और शारीरिक हमले के खिलाफ हैं।
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Source : News Nation Bureau