चुनावी कैंपेन के दौरान AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हुए हमले पर सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संसद में अपना पक्ष रखा. शाह ने कहा कि ओवैसी का हापुड़ जिले में कोई पूर्व निर्धारित कार्यक्रम नहीं था, उनके आने की कोई सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को पहले नहीं भेजी गई थी. जब बिना निर्धारित कार्यक्रम व बिना सूचना के आप कहीं से निकलोगे तो उसकी जिम्मेवारी किसकी होगी. गृह मंत्री ने संसद में बोलते हुए कहा कि दो अज्ञात लोगों ने ओवैसी के काफिले पर फायरिंग की थी. इस हमले में उन्हें कोई चोट नहीं आई. लेकिन उसके वाहन के निचले हिस्से पर गोली के 3 निशान थे. उन्होंने कहा कि ओवैसी पर हमले के तीन लोग गवाह हैं, और इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है.
यह भी पढ़ें : जल्द बंद होने वाले हैं Facebook और Instagram!, META ने लिया फैसला
नहीं ली सुरक्षा
उन्होंने कहा कि इस हमले के तुरंत बाद गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार जानकारी ली. केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर केंद्र ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया था, लेकिन उन्होंने सुरक्षा लेने से मना कर दिया. अमित शाह ने कहा कि ओवैसी को मिली धमकी की जांच की जा रही है और उन्हें एक बुलेटप्रूफ वाहन और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, लेकिन प्राथमिक जानकारी के अनुसार उन्होंने सुरक्षा लेने से मना कर दिया. मैं उनसे केंद्र सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा को स्वीकार करने का अनुरोध करता हूं.
गौरतलब है कि 3 फरवरी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से ठीक सात दिन पहले ओवैसी की कार पर हमला हुआ था. यह हमला उस वक्त हुआ जब ओवैसी गुरुवार शाम मेरठ जिले के किठौर क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करने के बाद हापुड़-गाजियाबाद होते हुए दिल्ली जा रहे थे. तभी हापुड़ के पिलखुआ एरिया में नेशनल हाइवे पर छिजारसी टोल प्लाजा से गुजरने के दौरान दो युवकों ने उनके काफिले पर गोली बारी शुरू कर दी.
HIGHLIGHTS
- AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर हमले को लेकर संसद में बोले अमित शाह
- हापुड़ में उनका कोई पहले से निर्धारित कार्यक्रम नहीं था, न ही कोई सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को दी गई थी
Source : News Nation Bureau