दशहरे के दिन पंजाब के अमृतसर में हुए भयानक रेल हादसे में 60 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई घायल हो गए थे. रावण दहन देखने के लिए ट्रैक पर उमड़ी लोगों की भीड़ डीएमयू ट्रेन की चपेट में आ गई थी. इस हादसे की जांच कर रहे रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त सीसीआरएस ने रिपोर्ट में हादसे की मुख्य वजहें गिनाई. अमृतसर में पिछले महीने रावण दहन के दौरान हुए दर्दनाक हादसे में सीसीआरएस ने जांच में निष्कर्ष निकाला है. सूत्रों के हवाले से यह खबर न्यूज एजेंसी ANI ने दी. मुख्य रेलवे सुरक्षा आयुक्त(सीसीआरएस) ने जांच में कहा कि अमृतसर में रावण दहन के दौरान ट्रैक के पास खड़े लोगों की अनदेखी के कारण यह हादसा हुआ. सीसीआरएस ने कहा कि जिला प्रशासन/आयोजकों द्वारा मेला/ रैली जैसे कार्यक्रमों को आयोजित करवाने से पहले रेलवे को सूचित किया जाना चाहिए था.
मुख्य रेलवे सुरक्षा आयुक्त एस के पाठक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, 'तथ्यों और साक्ष्यों पर सावधानी पूर्वक गौर करने के बाद मैं इस अनन्तिम निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि 19 अक्टूबर को शाम छह बजकर 55 मिनट पर फिरोजपुर मंडल के अमृतसर के निकट जौड़ा फाटक पर हुआ ट्रेन हादसा उन लोगों की लापरवाही का नतीजा है जो दशहरा का मेला देखने के लिए पटरी पर खड़े थे.'
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बता दें कि बता दें कि पंजाब में अमृतसर के निकट अक्टूबर 19 की शाम रावण दहन देखने के लिए रेल पटरियों पर खड़े लोगों के ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 59 लोगों की मौत हो गई जबकि 57 अन्य घायल हो गए. ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ा फाटक पर यह दर्दनाक हादसा हुआ.
मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस वक्त ट्रेन गुजरी उस समय पीड़ित रावण दहन देख रहे थे और इसका अपने मोबाइल से वीडियो बना रहे थे. पहले इंकार करने के बाद रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीसीआरएस) अमृतसर रेल हादसे की जांच तैयार हुआ था.
Source : News Nation Bureau