पंजाब कांग्रेस में जारी घमासान कम होने के नाम नहीं ले रहा है. अब इस मामले को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के बीच अंदरूनी विवाद भी सामने आ रहे हैं. कपिल सिब्बल पूरे मामले में अपनी नाराजगी खुलकर सामने रख चुके हैं. जी-23 ग्रुप के हिस्सा और वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने बीते दिन जिस तरह कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़े किए, उसके बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. अब कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने इसकी निंदा की है. उन्होंने पूरे मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से एक्शन की मांग की है.
ट्वीट कर जताई नाराजगी
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि कपिल सिब्बल के घर के बाहर हुए हमले और गुंडागर्दी की खबर हैरान करने वाली है. इस तरह का एक्शन पार्टी को बदनाम करता है और ये निंदनीय है.
Those responsible must be identified and disciplined.
Urging Congress president Smt Sonia Gandhi to take cognisance and strong action .— Anand Sharma (@AnandSharmaINC) September 30, 2021
आनंद शर्मा ने अपने ट्वीट में कहा कि कांग्रेस का इतिहास फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन का रहा है. अलग-अलग विचार आंतरिक लोकतंत्र की निशानी हैं, असहिष्णुता-हिंसा कांग्रेस के विचारों से अलग है. इसके लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उनकी पहचान कर एक्शन लेने की ज़रूरत है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपील है कि वह इस मामले में एक्शन लें.
कपिल सिब्बल ने उठाए थे सवाल
नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद कपिल सिब्बल ने शीर्ष कमान पर कई सवाल उठाए. पंजाब के ताजा हालात के सिब्बल ने कपिल सिब्बल ने बुधवार प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि पार्टी की हालत देखकर दुखी हूं. कांग्रेस पार्टी को मिलकर लड़ना होगा. हमारे लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. हमें खुद से सवाल पूछना होगा. पार्टी के अंदर संवाद की जरूरत है. इस दौरान सिब्बल ने कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की मांग की है. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने बुधवार को कहा कि आज कोई अध्यक्ष नहीं है, तो सवाल उठता है कि पार्टी में फैसले कौन ले रहा है?
उन्होंने कहा, आज मैं भारी मन से यहाँ हूँ.ऐसी स्थिति में क्या हो रहा है हमें लोग छोड़कर जा रहे हैं। सुष्मिता छोड़ कर चली गई, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री जा चुके हैं, जितिन प्रसाद गए, सिंधिया जी जा चुके हैं, ललितेश त्रिपाठी जा चुके हैं. सवाल उठता है कि ये लोग क्यों जा रहे हैं? खुद से पूछना होगा कि हमारी भी गलती रही हो. आज की तारीख में कोई अध्यक्ष नहीं है, तो फैसले कौन ले रहा है ? कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक होनी चाहिए। कपिल सिब्बल ने कहा, हम सबकुछ हो सकते हैं लेकिन जी-23, जी हुजूर नेता नहीं हैं. जी-23 केवल पार्टी के हितों की ही बात करती है. कपिल सिब्बल ने बयान के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके घर के बाहर प्रदर्शन भी किया था.
वहीं कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि आतंकवाद के दिनों में पंजाब ने लगभग 25,000 लोगों को खो दिया था और ऐसी आशंका है कि पाकिस्तान फिर से चीजों को अस्थिर करने की कोशिश कर सकता है. तिवारी ने यह भी कहा कि नेतृत्व में बदलाव के कारण अमरिंदर सिंह को बाहर कर दिया गया था, जिसे ठीक से संभाला नहीं गया था.
Source : News Nation Bureau