भारतीय तटरक्षक और भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के हैवलॉक द्वीप पर भारी बारिश व तूफान के कारण फंसे 400 से ज्यादा पर्यटकों को बचाया। अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया, दो भारतीय तटरक्षक बल के जहाजों, आईसीजीएस राजवीर 122 से ज्यादा पर्यटकों और आईसीजीएस कनकलता बरुआ 120 से ज्यादा पर्यटकों के साथ हैवलॉक द्वीप से पोर्ट ब्लेयर पहुंचा।
आईएएफ के प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने बचाव के दो अभियानों में 208 पर्यटकों को बचाया। तीसरे चरण का बचाव अभियान चल रहा है।
आईएएफ ने तीन एमआई-17 वी5 हेलिकॉप्टरों को राहत अभियान में हैवलॉक द्वीप पर लगाया है।
भारतीय नौसेना ने अपने बयान में कहा, "बचाव अभियान के लिए पोर्ट ब्लेयर से भारतीय नौसेना के छह जहाज और भारतीय तट रक्षक के दो जहाज सुबह 9.30 बजे रवाना हुए। हैवलॉक द्वीप में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए राज्य प्रशासन, भारतीय तट रक्षक, नौसेना के संयुक्त अभियान में वायु सेना के तीन हेलीकॉप्टर भी शामिल हुए हैं।"
चक्रवाती तूफान आने की आशंका के मद्देनजर अंडमान एवं निकोबार के आपदा प्रबंधन द्वारा आग्रह किए जाने पर राजधानी पोर्ट ब्लेयर से लगभग 36 किलोमीटर दूर हैवलॉक द्वीप से पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए आकस्मिक निकासी मिशन शुरू किया गया।
नौसेना ने हैवलॉक द्वीप पर फंसे पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बुधवार को अभियान शुरू किया था। हालांकि बेहद खराब मौसम की वजह से पर्यटक जहाजों में सवार होने के लिए जेटी तक नहीं पहुंच सके।
अंडमान एवं निकोबार के आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने गए चार जहाजों को विफल होकर लौटना पड़ा।
आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "मौसम में अब सुधार हुआ है। अब केवल सामान्य बारिश हो रही है और हवाएं चल रही हैं। हमें उम्मीद है कि पर्यटक जेटी तक पहुंच जाएंगे। पोर्ट ब्लेयर से जहाज पहले ही रवाना हो चुके हैं।"