YSRCP Office demolished: आंध्र प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी को एक के बाद एक झटका लग रहा है. इस बीच शनिवार को राजधानी अमरावती में उनकी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस के निर्माणाधीन कार्यालय बुलडोजर चल गया और पूर्व सीएम के पार्टी दफ्तर को ढहा दिया गया. इसके बाद YSRCP प्रमुख और पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि यह इमारत गुंटूर जिले के ताडेपल्ली मंडल में सीतानगरम के बोट यार्ड परिसर में आरएस नंबर 202-ए-1 में 870.40 वर्ग मीटर की कथित तौर पर अवैध रूप से कब्जा की गई भूमि बनाई जा रही थी.
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हाईकोर्ट की रोक के बाद भी चला बुलडोजर
बता दें कि वाईएसआरसीपी के निर्माणाधीन कार्यालय पर उस वक्त विध्वंस की कार्रवाई की गई जब वाईएसआरसीपी ने आंध्र प्रदेश राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण की प्रारंभिक कार्रवाइयों को चुनौती देते हुए पिछले दिन हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. इसके बाद अदालत ने किसी भी विध्वंस गतिविधि को रोकने का आदेश दिया था. इससे पहले शुक्रवार को, वाईएसआरसीपी गुंटूर जिला अध्यक्ष एम शेषगिरी राव ने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका दायर की और अदालत से राज्य सरकार, सीआरडीए और एमटीएमसी को सुनवाई पूरी होने तक इमारत के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का आदेश देने को कहा.
पार्टी ने लगाया अदालत की अवमानना का आरोप
वाईएसआरसीपी ने एक बयान में कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद निर्माणाधीन कार्यालय को ध्वस्त कर दिया गया. पार्टी ने इस कार्रवाई को अदालत की अवमानना बताया गया. वाईआरएससीपी ने कहा कि यह अभूतपूर्व कार्रवाई, राज्य के इतिहास में किसी पार्टी कार्यालय को ध्वस्त करने की पहली घटना है जो बुलडोज़रों का उपयोग करके सुबह लगभग 5:30 बजे शुरू की गई.
#WATCH | CORRECTION | Amaravati, Andhra Pradesh: YSRCP's under-construction* central office in Tadepalli was demolished today early morning. As per YSRCP, "TDP is doing vendetta politics.
The demolition proceeded even though the YSRCP had approached the High Court the previous… pic.twitter.com/mwQN1bEXOr
— ANI (@ANI) June 22, 2024
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पार्टी की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि, "अदालत ने किसी भी विध्वंस गतिविधि को रोकने का आदेश दिया था, यह आदेश वाईएसआरसीपी के वकील द्वारा सीआरडीए आयुक्त को दिया गया था. हालांकि, सीआरडीए ने विध्वंस की कार्रवाई को आगे बढ़ाया, जो संभवतः अदालत की अवमानना थी. ढहाए गए ढांचे को ढहाने से पहले एक स्लैब के लिए तैयार किया गया था. सीआरडीए द्वारा उच्च न्यायालय के निर्देश की अवहेलना पर अब आगे कानूनी जांच हो सकती है."
सीएम पर लगाया प्रतिशोध की कार्रवाई का आरोप
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख और राज्य के सीएम चंद्रबाबू नायडू पर राजनीतिक प्रतिशोध को दूसरे स्तर पर ले जाने का आरोप लगाया. रेड्डी ने एक्स पर एक पोस्ट कर कहा, "एक तानाशाह की तरह, उन्होंने ताडेपल्ली में लगभग पूरा हो चुके वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय को बुलडोजर से ध्वस्त करवा दिया. उन्होंने हाई कोर्ट के आदेशों की अवहेलना की."
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रेड्डी ने आगे लिखा, "राज्य में कानून और न्याय पूरी तरह से गायब हो गया है. चुनाव के बाद हुई हिंसक घटनाओं के बाद चंद्रबाबू खून खराबा कर रहे हैं और इस घटना के जरिए हिंसक संदेश दे रहे हैं कि अगले पांच साल तक शासन कैसा रहेगा. वाईएसआर कांग्रेस पार्टी इन धमकियों या बदले की कार्रवाई के आगे नहीं झुकेगी और न ही कोई कायरता दिखाएगी. हम जनता की ओर से, जनता के लिए और जनता के साथ मजबूती से लड़ेंगे. मैं देश के सभी लोकतंत्रवादियों से चंद्रबाबू के कुकर्मों की निंदा करने का आग्रह करता हूं."
Source : News Nation Bureau