एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से अलग होने के बाद आंध्रप्रदेश सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पीएम मोदी के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है।
रविवार को उन्होंने मोदी सरकार पर हमाला बोलते हुए कहा कि मैनें उनसे राज्य की स्थिति को देखने और उस अनुसार विशेष आर्थिक पैकेज देने की मांग की थी लेकिन वो हमेशा हमारी मांगो को दरकिनार करते रहे।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'मैं भी देश के वरिष्ठ नेताओं में आता हूं लेकिन मैने कभी भी ईगो नहीं दिखाया। मैं उनसे सीधे लफ़्जो में राज्य के हालात की समीक्षा करने और फंड देने की मांग कर रहा था। केंद्र सरकार बार-बार हमारी मांगो से किनारा करते रहे।'
वहीं गठबंधन टूटने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने पत्रकारों से कहा, 'हमने एक प्रस्ताव पास किया है जिसके तहत हम आंध्र प्रदेश के लोगों को बताएंगे कि केंद्र सरकार ने उनके लिए कितना काम किया है और आगे क्या करेगी।'
उन्होंने कहा, हम आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए काम करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।
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राम माधव ने कहा, 'हमने राज्य के लोगों के लिए पिछले चार सालों में बहुत कुछ किया है और हम आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे से ज्यादा बहुत कुछ देने के लिए तैयार हैं।'
इससे पहले शुक्रवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि केंद्र आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे के समान विशेष पैकेज देना चाह रहा था।
जेटली ने कहा, 'हम विशेष पैकेज के मुद्दे को सुलझाने को लेकर लगातार आंध्र प्रदेश के जवाब का इंतजार कर रहे थे।'
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने और आम बजट में पर्याप्त धन मुहैया नहीं कराए जाने को लेकर नाराज टीडीपी के अध्यक्ष और सीएम चंद्र बाबू नायडू ने एनडीए से गठबंधन तोड़ लिया था।
चंद्र बाबू नायडू ने गठबंधन तोड़ने से पहले कहा था कि, उन्होंने इस मुद्दे पर पीएम से मिलने की 29 बार कोशिश की और कई बार दिल्ली भी गए लेकिन बात नहीं बनी।
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Source : News Nation Bureau