लोकपाल नियुक्ति को लेकर समाजसेवी अन्ना हज़ारे द्वारा 2 अक्टूबर से प्रस्तावित भूख हड़ताल फ़िलहाल स्थगित कर दिया गया है. अन्ना हज़ारे ने भूख हड़ताल को स्थगित करने का फ़ैसला महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन से बात करने के बाद लिया है. बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने इससे पहले केंद्र सरकार पर लोकपाल की नियुक्ति को लेकर टाल-मटोल करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार लोकपाल आंदोलन के कारण केन्द्र की सत्ता में आयी लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी इसे लागू नहीं कर पाई है.
अन्ना हजारे ने इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भी लिखा है. उन्होंने पत्र में आरोप लगाया कि पिछले चार साल में सरकार टाल-मटोल का रवैया अपनाती रही और लोकपाल या लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं की.
हजारे ने लिखा, 'लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति के लिये 16 अगस्त, 2011 को समूचा देश सड़कों पर उतर आया था... आपकी सरकार इसी आंदोलन की वजह से सत्ता में आयी.'
उन्होंने कहा, 'चार साल बीत गये लेकिन सरकार किसी न किसी कारण से लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति टालती रही.'
और पढ़ें- Gandhi Jayanti 2018: पीएम नरेंद्र मोदी समेत पूरा देश याद कर रहा है बापू को, देखें तस्वीरें
हजारे ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर से रालेगण सिद्धि में भूख हड़ताल पर बैठेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों को उनके उत्पादन का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है, जिसके चलते किसान आत्महत्या कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau