सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। अन्ना ने कहा कि आशा करता हूं कि मेरे आंदोलन से दोबारा कोई अरविंद केजरीवाल निकलकर आए।
आगरा में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से अन्ना ने कहा, 'मैं आशा करता हूं कि मेरे आंदोलन से दोबारा कोई केजरीवाल न निकल कर आए।'
आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने साल 2011 में भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना के आंदोलन में भाग लिया था। ठीक इसके बाद उन्होंने रास्ता अलग कर अपनी राजनीतिक पार्टी का गठन कर लिया था।
शहीद स्मारक पर एक जनसभा में अन्ना ने कहा, 'अगले साल 23 मार्च को दिल्ली में एक बड़ी रैली का आयोजन किया जा रहा है और किसानों से आग्रह करता हूं कि भारी संख्या में इसमें शामिल हों।'
उन्होंने केंद्र में तत्कालीन यूपीए सरकार पर जनलोकपाल बिल को खत्म करने का आरोप लगाया।
साथ ही 80 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, 'बाद में मोदी सरकार ने भी जनलोकपाल बिल के प्रावधानों को खत्म करने का काम किया। कांग्रेस और बीजेपी दोनों इस मामले में दोषी है।'
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अन्ना ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि हम पूंजीपतियों की सरकार नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'न मोदी, न राहुल। हम ऐसी सरकार चाहते हैं, जो किसानों के हित में काम करे।'
अभी कुछ ही दिन पहले मध्य प्रदेश में अन्ना हजारे ने कहा था कि वे पीएम मोदी को अब तक कुल 32 पत्र लिख चुके हैं, लेकिन इनमें से किसी भी पत्र का जवाब उन्हें नहीं मिला है। इनमें 10 लोकपाल कानून और शेष किसानों व जमीन संबंधी समस्याओं को लेकर हैं।
बता दें कि अन्ना हजारे जनलोकपाल और किसानों के मुद्दे को लेकर अगले साल 23 मार्च से दिल्ली में आंदोलन करेंगे। अन्ना ने आंदोलन के लिए इस दिन को इसलिए चुना है इसी दिन शहीद दिवस भी मनाया जाता है।
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HIGHLIGHTS
- हजारे जनलोकपाल और किसानों के मुद्दे को लेकर अगले साल 23 मार्च से दिल्ली में आंदोलन करेंगे
- अन्ना ने कहा कि आशा करता हूं कि मेरे आंदोलन से दोबारा कोई केजरीवाल न निकल कर आए
Source : News Nation Bureau