मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नीमबीया से लाए गए एक और चीते की मौत हो गई है. मादा चीता धीरा की मौत बीमारी से नहीं बल्कि दूसरे चीते से लड़ाई के दौरान हुई है. जानकारी के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका से आए चीता धीरा का कूनो राष्ट्रीय उद्यान के अंदर एक अन्य चीता से लड़ाई हुई थी, जिसमें उसकी मौत हो गई. बता दें कि नामीबिया से लाए गए तीसरे चीते की मौत है. इससे पहले कूनो नेशनल पार्क में दो और चीते की मौत हो गई थी. उसे दक्षिण अफ्रीका से कूनो लाया गया था. अब 17 चीते बचे हैं.
मार्च में सबसे पहले मादा चीता शासा ने दम तोड़ा था. बीमारी की वजह से शासा की मौत हो गई थी. बता दें कि नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क में 20 चीते लाए गए थे अप्रैल महीने में क्वारंटाइन पीरियड पूरा होने के बाद अफ्रीकी चीतों को बडे़ बाडे़ से खुले जंगल में छोड़ा गया था.
यह भी पढ़ें: Indian Army: भारतीय सेना की ड्रेस में हो गया बड़ा बदलाव, जानें अब कैसी वर्दी पहनेंगे जवान
12 चीतों को बड़े बाड़े में शिफ्ट किया गया
दरअसल, बड़े बाड़े में रह रहे चीते वहां खुद शिकार कर रहे हैं. खरगोश, हिरण और अन्य वन्य प्राणी भी हैं. इसमें बडे़ बाडे़ में चीते एक दूसरे का शिकार कर रहे हैं. नामीबिया से लाए चीतों को कूनो पार्क में बसाने का काम जारी है. हाल ही में 4 चीतों को खुले जंगल में छोड़ा गया था. इसमें तीन चीतों ने दम तोड़ दिया है. डिपार्टमेंट ऑफ एनिमल हस्बेंड्री एंड डेयरी के निर्देश के बाद दो लाए गए सभी 12 चीतों को बड़े बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया है.