एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश भर में हुए दलित आंदोलन के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मुश्किल में पड़ती दिखाई दे रही है।
उत्तर प्रदेश से पार्टी के एक और सांसद ने बीजेपी सरकार पर दलितों के लिए कोई काम नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है।
राज्य की नगीना लोकसभा सीट से सांसद यशवंत सिंह, तीसरे ऐसे दलित सांसद हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जताई।
सिंह ने अपनी चिट्ठी में कहा है, 'दलित होने की वजह से मेरी क्षमताओं का इस्तेमाल नहीं किया गया। मैं केवल दलित होने की वजह से सांसद बना।'
मोदी को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा है, 'मैं दलित समाज के जाटव समाज का सांसद हूं। आरक्षण के कारण ही मैं सांसद बन पाय हूं। योग्यता ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस से एमडी की डिग्री तथा अमेरिका के USMLE परीक्षा उतीर्ण आदि आदि है।'
उन्होंने इसमें लिखा है, 'मैं समझता हूं कि आरक्षण के कारण ही मुझे सांसद बनने का अवसर मिला है और मेरी योग्यता का उपयोग ही नहीं पा रहा है।'
मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, 'पिछले चार सालों में सरकार ने देश के 30 करोड़ दलितों के लिए कोई काम नहीं किया।'
चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि सरकार के कार्यकाल के दौरान अभी तक बैकलॉग पूरा करना, आऱक्षण बिल पास करना और प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण का प्रबंध किए जाने की दिशा में कुछ नहीं किया गया।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश से पार्टी के चौथे दलित सांसद ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। दलित सांसदों की नाराजगी योगी आदित्य़नाथ की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं।
इससे पहले राज्य के ही तीन दलित सांसद सावित्री भाई बुले, छोटेलाल और अशोक कुमार दोहरे दलितों पर बढ़ते अत्याचार का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके हैं।
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HIGHLIGHTS
- उत्तर प्रदेश से बीजेपी के एक और दलित सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखी चिट्ठी
- नगीना से सांसद यशवंत सिंह ने आरोप लगाया है कि पिछले चार सालों में दलितों के लिए कोई काम नहीं हुआ
Source : News Nation Bureau