नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन 11वें दिन भी जारी है. दिल्ली-हरियाणा पर स्थित सिंधु बॉर्डर पर हजारों की संख्या किसान पिछले 10 दिनों से दिन रात डटे हुए हैं. वहीं, किसानों और सरकार के बीच पांचवें राउंड की भी वार्ता बेनतीजा रही. भारत बंद से पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान किसानों ने कहा कि अब PM मोदी हमारे मन की बात सुनें, मांगों से कोई समझौता नहीं होगा.
आल इंडिया किसान सभा के बलदेव सिंह ने कहा कि सरकार के साथ शनिवार को जो बैठक हुई थी उस पर बात होगी. सरकार हमसे सही से डील नहीं कर पा रही है. 8 तारीख को सुबह से लेकर शाम तक कारोबार बंद और 3 बजे तक चक्का जाम रहेगा. ये शांतिपूर्ण बंद होगा. एम्बुलेंस को आने-जाने की जगह दी जाएगी. 7 तारीख यानी सोमवार को अवार्ड वापसी होगी. गुजरात से 250 मोटरसाइकिल का जत्था आ रहा है.
भारतीय किसान यूनियन के जनरल सेक्रेटरी, पंजाब जगमोहन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी को किसानों के मन की बात सुन्नी होगी. किसान नेता योगेंद्र यादव ने आगे कहा कि सारे किसान संगठन लगातार कह रहे हैं कि तीनों कानून निरस्त किए जाए. हम पहले दिन से कह रहे हैं कानून वापस हो. हमने अपनी बात नहीं बदली है.
योगेंद्र यादव ने आगे कहा कि आठ दिसंबर को कारोबार बंदी के दिन हरियाणा, पंजाब, राजस्थान की भी मंडियां बंद रहेंगी. मध्य प्रदेश ने व्यापार बन्द करने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि 8 को भारत बंद के समय दूध, सब्जी सब पूरी तरह से बंद रहेगा. शादियों को विशेष छूट दी गई है.
ऑल इंडिया किसान सभा के अशोक धावले ने कहा कि किसान आंदोलन का आज 11वां दिन है, अगले 2 दिन में किसान आंदोलन पूरे देश में फैल जाएगा. 500 किसान संगठन एक साथ आ चुके हैं. अभी कई प्रदेशों से हज़ारों किसान दिल्ली को घेरने आ रहे हैं. छात्र, महिला, मज़दूर संगठनों ने साथ देने की बात की है.
Source : News Nation Bureau