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कोरोना वैक्सीन Covovax, Corbevax और एंटी-वायरल Molnupiravir को मंजूरी

बीते दिनों भारत के ड्रग रेगुलेटर के अंतर्गत आने वाली सबजेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने कोवोवैक्स, कोरबेवैक्स और को मोल्नूपीरावीर के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी देने की एक सिफारिश ड्रग कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को भेजी थी. इससे पहले देश में  छह कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है.

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Keshav Kumar
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देश में कोरोना वैक्सीन की संख्या बढ़कर 8 हुई( Photo Credit : News Nation)

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कोरोनावायरस के खिलाफ जंग के बीच भारत में तीन और अहम हथियार सामने आ गए हैं. देश में कोविड-19 की दो वैक्सीन और एक एंटी-वायरल पिल को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी गई. रिपोर्ट्स में अनुमान जताया गया है कि इस नई वैक्सीन का इस्तेमाल बूस्टर डोज के तौर पर किया जा सकता है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया की एक वैक्सीन कोवोवैक्स (COVOVAX) और बायोलॉजिकल ई की वैक्सीन कोर्बेवैक्स (CORBEVAX) को आपात स्थिति के लिए मंजूरी दी है. कोविड-19 के खिलाफ लड़ने वाली एंटी-वायरल पिल Molnupiravir के आपातकालीन इस्तेमाल को भी मंजूरी दे दी गई है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि कोरोना से जंग में देश को दो और अहम हथियार मिल गए हैं.

देश में अब आठ कोरोना वैक्सीन

बीते दिनों भारत के ड्रग रेगुलेटर के अंतर्गत आने वाली सबजेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने कोवोवैक्स, कोरबेवैक्स और मोल्नूपीरावीर के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी देने की एक सिफारिश ड्रग कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को भेजी थी. इससे पहले देश में छह कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है. इसमें कोवैक्सीन(Covaxin) कोविडशील्ड (Covishield) जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) मॉर्डना (Moderna) स्पूतनिक वी (Sputnik V) और जायडस वैक्सीन (Zycov-D) शामिल हैं. ऐसे में इन दोनों Covovax और Corbevax वैक्सीन को DCGI की मंजूरी मिलते ही देश में वैक्सीन की संख्या आठ हो गई.

ये भी पढ़ें - CoWIN पर वैक्सीन के लिए किशोर ऐसे करें रजिस्ट्रेशन, इन दस्तावेजों की जरूरत

वैक्सीन और दवा के बारे में जानें 

कोवोवैक्स यूएस ड्रग मैन्यूफैक्चरर नोवावैक्स का भारतीय स्वरूप है. यह एक नॉनपार्टिकल प्रोटीन पर आधारित कोविड-19 वैक्सीन है. फिलिपिंस में नोवावैक्स और सीरम इंस्टीच्यूट को पहले ही इसके आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई थी. हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोवोवैक्स के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी थी. इसके बाद भारत में भी इसे जल्द ही अप्रूवल मिलने की उम्मीद काफी बढ़ गई थी. वहीं बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की बनाई कोर्बेवैक्स एक प्रोटीन-आधारित वैक्सीन है. केंद्र सरकार ने पहले ही कंपनी को 1500 करोड़ रुपए दिए थे ताकि कोरबेवैक्स की 300 मिलियन डोज को रिजर्व किया जा सके.  इसके अलावा कोविड-19 के खिलाफ कारगर बताई जा रही है Molnupiravir एंटी-वायरल दवा को MSD and Ridgeback Biotherapeutics ने विकसित किया है. यह दवा वायरस के दोबारा हमारे शरीर में प्रवेश करने से रोकने के काम आती है.

HIGHLIGHTS

  • इससे पहले देश में छह कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है
  • कोवोवैक्स, कोरबेवैक्स और मोल्नूपीरावीर के इस्तेमाल को मंजूरी
  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर यह जानकारी दी
corona-vaccine CDSCO Covovax Health Minister Dr Mansukh Mandaviya मनसुख मांडविया CORBEVAX कोर्बेवैक्स dcgi Molnupiravir Central Drugs Standard Control Organisation Anti-viral drug Ministry of Health and Family Welfare सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया कोवोवैक्स
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