चीन से जारी तनाव के बीच शुक्रवार को भारतीय सेना और वायुसेना ने लेह में संयुक्त युद्धाभ्यास किया. इस युद्धाभ्यास में फाइटर और ट्रांसपोर्ट विमान शामिल हुए. यह युद्धाभ्यास दोनों सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाने के मकसद से किया गया. इस युद्धाभ्यास में सुखोई लड़ाकू विमान और चिनूक हेलिकॉप्टर भी शामिल हुए. लेह का पूरा इलाका फाइटर प्लेन की आवाज से गूंज उठा.
दरअसल एलएसी पर चीन लगातार अपनी सेना की संख्या बढ़ा रहा है. ताजा हालात के मुताबिक अभी भी गलवान घाटी, पैंगॉन्ग झील और दौलत बेग ओल्डी इलाके में चीनी सेना की तैनाती पहले जैसी बनी है. इस स्थिति में भारत अपनी ओर से कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहता है. शुक्रवार को भारतीय सेना की ओर से जो युद्धाभ्यास किया गया उसमें भारतीय सेना के सुखोई-30 एमकेआई अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों के साथ सेना की रसद सामग्री और सिपाहियों को तेजी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए हरक्यूलिस और अलग-अलग मालवाहक विमानों ने भी हिस्सा लिया.
Source : News Nation Bureau