पाकिस्तान के साथ उपजे तनाव के बीच सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और उत्तरी कमांड के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास मौजूदा स्थितियों का जायजा लेने के लिए पहुंचे. रावत और सिंह ने ऑपरेशनल तैयारियों के निरीक्षण के लिए व्हाइट नाइट कॉर्प्स का दौरा किया. पिछले कुछ दिनों से एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ से लगातार गोलीबारी की जा रही है.
सैन्य दल मुख्यालय में अपने दौरे के वक्त वाइट नाइट दस्ते के जीओसी (कमांडिंग जनरल ऑफिसर) लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ने सेना प्रमुख को मौजूदा सुरक्षा स्थिति और तैयारियों की जानकारी दी.
साथ ही सेना प्रमुख को पाकिस्तान द्वारा लगातार किए गए सीजफायर उल्लंघन की जवाबी कार्रवाई और सीमा पार से उठाए जा रहे कदमों से निपटने की तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई.
इसके अलावा सेना प्रमुख रावत को अंतर्क्षेत्र में दोबारा शांति और स्थिरता बहाल किए जाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी गई. बिपिन रावत ने सभी जवानों को ड्यूटी के प्रति समर्पण, नि:स्वार्थ लगन और उनके उच्च पेशेवर मानकों की सराहना की.
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बता दें कि शनिवार को भी जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एलओसी पर पाकिस्तानी सेना द्वारा की गई गोलाबारी में 3 नागरिकों की मौत हो गई. अधिकारियों का कहना है कि पुंछ के अलावा राजौरी जिले में भी मुठभेड़ हुई है.
पुलिस ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पास के कृष्णाघाटी सेक्टर में झलास इलाके के सलोत्री गांव में पाकिस्तानी सेना द्वारा दागा गया गोला शुक्रवार रात एक घर के अंदर फट गया, जिसमें एक महिला और उसके दो बच्चों की मौत हो गई.
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भारतीय और पाकिस्तानी सैनिक पिछले 8 दिनों से पुंछ और राजौरी जिलों में भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर को विभाजित करने वाली नियंत्रण रेखा पर भारी गोलीबारी कर रहे हैं. स्थानीय निवासियों ने नियंत्रण रेखा पर 'युद्ध जैसी स्थिति' बताया है.
Source : News Nation Bureau