भारत-चीन के बीच डोकलाम मसले पर तात्कालिक हल निकलने के ठीक बाद सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा है कि दो फ्रंट पर युद्ध की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सेना को नहीं पूरे राष्ट्र को चीन और पाकिस्तान से एक साथ युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।
थल सेना प्रमुख ने कहा, 'जंग सच्चाई से बहुत दूर नहीं है। यह मानना एक मिथक ही है कि परमाणु हथियारों से लैस या लोकतांत्रिक पड़ोसियों में जंग नहीं होगी।'
जनरल बिपिन रावत ने कहा, 'उत्तर में चीन और पश्चिम में पाकिस्तान से लड़ाई की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।'
उन्होंने कहा, 'चीन ने अपनी ताकत दिखाना शुरू किया है। 'सलामी स्लाइसिंग' (धीरे-धीरे भूभाग पर कब्जा करना) और दूसरे की सहने की क्षमता को परखना, चिंता का विषय है। हमें इस प्रकार की धीरे धीरे उभरती स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए।'
और पढ़ें: पाकिस्तान ने माना उसकी शह पर पल रहे हैं जैश-लश्कर जैसे आतंकी संगठन
सेना प्रमुख ने कहा, 'पाकिस्तान का यह मानना है कि भारत उसका मुख्य दुश्मन है और उसने भारत के खिलाफ छद्म युद्ध तो चला ही रखा है। पाकिस्तान के साथ मतभेद दूर होने वाले नहीं हैं।'
आपको बता दें ही हाल ही में चीन के साथ डोकलाम को लेकर शांति बहाल हुई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन का दौरा किया है।
पहले भी लड़ाई की बात कह चुके हैं रावत
सेना प्रमुख बनने के बाद जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि भारत ढाई फ्रंट से निपटने के लिए तैयार है। उनका इशारा चीन और पाकिस्तान की तरफ था।
और पढ़ें: पीएम और शी के बीच डोकलाम पर नहीं हुई बात, आपसी भरोसा कायम करेंगे दोनों देश
HIGHLIGHTS
- सेना प्रमुख ने कहा, दो फ्रंट (पाकिस्तान-चीन) पर युद्ध की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता
- बिपिन रावत बोले, यह मिथक है कि परमाणु हथियारों से लैस या लोकतांत्रिक पड़ोसियों में जंग नहीं होगी
Source : News Nation Bureau