सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सेना के पहले कमांडर इन चीफ फील्ड मार्शल केएम करिअप्पा को भारत रत्न दिये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा, 'समय आ गया है कि अब केएम करिअप्पा के नाम की सिफारिश भारत रत्न के लिए की जाए।'
रावत ने कहा, 'अन्य लोगों को भारत रत्न मिल सकता है तो मुझे यह समझ नहीं आता की करिअप्पा इस सम्मान को पाने के हकदार क्यों नहीं हैं?'
रावत कर्नाटक के कोडागु में फील्ड मार्शल के एम करियप्पा की प्रतिमा के अनावरण के लिए आये थे। जहां उन्होंने कहा कि वो जल्द ही उनके नाम की सिफारिश करेंगे।
आपको बता दें कि कोडंडेरा मडप्पा करिअप्पा 15 जनवरी 1949 को भारतीय सेना के सर्वप्रथम कमांडर-इन-चीफ बने थे। उन्होंने सर फ्रांसिस बूचर से कमांडर-इन-चीफ का पद ग्रहण किया था। उन्हीं की याद में 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है।
करिअप्पा ने वर्ष 1947 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में पश्चिमी सीमा पर भारतीय सेना का नेतृत्व किया था। एम करिअप्पा ने 15 मई 1993 को 94 साल की आयु में दुनिया अलविदा कह दिया।
करिअप्पा का जन्म 28 फरवरी 1899 को कर्नाटक के पूर्ववर्ती कूर्ग में शनिवर्सांथि में हुआ था।
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Source : News Nation Bureau