73 वें सेना दिवस (Army Day) के अवसर पर, सेना प्रमुख एमएम नरवणे (MM Narwane) ने शुक्रवार को ड्यूटी करते हुए बहादुरों के "सर्वोच्च बलिदान" की सराहना की. भारत-चीन के बीच वास्तविक सीमा रेखा (LAC) पर जारी गतिरोध को लेकर आर्मी चीफ ने कहा, 'हमारे बहादुर ऑफिसरों और जवानों ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया.'
यह भी पढ़ेंः किसे लगेगी वैक्सीन और किसे नहीं? केंद्र ने राज्यों को भेजे निर्देश
नरवणे ने कहा कि मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि गलवान में शहीद हुए भारतीय जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. आर्मी चीफ ने कहा कि भारतीय सेना देश के मान-सम्मान पर कभी आंच नहीं आने देगी. नरवणे ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में मसला सुलझाने के लिए चीन के साथ वार्ता चल रही है. वहीं पाकिस्तान पर नरवणे ने कहा कि हम कभी उनके नापाक इरादों को सफल नहीं होने देंगे. उन्हेोंने कहा कि भारतीय सेना सीमा पर मुस्तैद है और पाकिस्तान की हर हरकत पर नजर रखे हुए है. सेनाध्यक्ष ने कहा कि सीमा पार 300-400 आतंकी घुसपैठ के इरादे से बैठे हैं लेकिन हम उनके इरादे सफल नहीं होंने देंगे.
You all are aware of ongoing tension with China on northern borders. Regarding conspiracy to unilaterally change status quo on borders, a befitting reply was given. I want to assure the country that sacrifice of bravehearts of Galwan would not go in vain: Army Chief MM Naravane pic.twitter.com/xm83y6bRuU
— ANI (@ANI) January 15, 2021
बता दें कि आर्मी डे या सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है. 15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल के एम करियप्पा स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय सेना प्रमुख बने थे. उस समय सेना में लगभग 2 लाख सैनिक थे. केएम करियप्पा के सेना प्रमुख बनाए जाने के बाद से ही हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाने लगा.
We are committed to finding the resolution of our disputes through discussions and political efforts but no one should commit the mistake of testing our patience: Indian Army Chief General MM Naravane https://t.co/2m9cbe3nTJ
— ANI (@ANI) January 15, 2021
Source : News Nation Bureau