लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनावपूर्ण हालात हैं और भारत-चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं. तनाव को देखते हुए भारतीय सेना के प्रमुख जनरल एमएम नरवणे दो दिवसीय लद्दाख दौरे पर हैं. यहां उन्होंने सेना की तैयारियों की समीक्षा की. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि एलएसी पर स्थिति नाजुक और गंभीर है. स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हमने अपनी सुरक्षा के लिए एहतियातन तैनाती ले ली है, ताकि हमारी सुरक्षा और अखंडता सुरक्षित रहे.'
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उन्होंने कहा कि 'पिछले 2-3 महीनों से, स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन हम चीन के साथ सैन्य और राजनयिक दोनों स्तरों पर लगातार बात कर रहे हैं.यह भी हो रहा है भविष्य में भी जारी रहेगा. हमें पूरा यकीन है कि इस वार्ता के माध्यम से,जो भी मतभेद हैं हम उसे हल करेंगे. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यथास्थिति नहीं बदली जाए और हम अपने हितों की रक्षा करने में सक्षम हों.'
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि कल लेह पहुंचने के बाद मैंने अलग-अलग जगहों पर ऑफिसर्स से बात की और स्थिति का जायजा लिया. जवानों का मनोबल बहुत ऊंचा है वो हर चुनौती का सामना करने को तैयार हैं. मैं यकीनन कह सकता हूं कि हमारे जवान न केवल भारतीय सेना बल्कि देश का भी नाम रोशन करेंगे.
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आपको बता दें कि भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सीमा पर चीन के साथ तनाव के बीच ऑपरेशन की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए दो दिन के लद्दाख दौरे पर हैं. जनरल नरवणे गुरुवार तड़के लेह पहुंचे और वहां मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की. उन्होंने चीन के रणनीतिक प्रयासों को विफल करने के लिए रणनीति पर चर्चा की. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के आस-पास यथास्थिति को बदलने के चीन के हालिया प्रयासों के मद्देनजर क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की व्यापक समीक्षा करने के मकसद से सेना प्रमुख का यह दौरा हुआ.
Source : News Nation Bureau