पूर्वी लद्दाख में अग्रिम क्षेत्रों की सुरक्षा समीक्षा कर रहे सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने शनिवार को कहा कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के दूसरी तरफ बड़ी संख्या में बुनियादी ढांचा तैयार किया है. साथ ही सेना प्रमुख ने आश्वासन दिया कि भारतीय सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. “चीन ने अधिक सैनिकों को तैनात करने के लिए अपनी तरफ बहुत सारे बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है. पड़ोसी देशों के हम सभी हरकतों की निगरानी कर रहे हैं. हमने सेना ने उन्नत हथियार शामिल किए हैं. हम मजबूत स्थिति में हैं, हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं. पर्वतीय क्षेत्र में चीन के साथ लंबे समय से चल रहे सैन्य गतिरोध की पृष्ठभूमि में भारत की परिचालन तैयारियों का जायजा लेने के लिए जनरल नरवाने पूर्वी लद्दाख के दो दिवसीय दौरे पर हैं.
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सेना प्रमुख ने कहा कि भारत चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ सीमा गतिरोध के दीर्घकालिक समाधान पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है और उम्मीद है कि दोनों पक्ष कोर कमांडर वार्ता के अगले दौर में जिन बिंदुओं पर असमहति है उन पर सहमत हो सकते हैं. सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भारत-चीन गतिरोध पर कहा है कि धीरे-धीरे सभी मतभेद बिंदुओं को हल करने की कोशिश की जा रही है. नरवणे ने कहा, मेरा दृढ़ मत है कि हम अपने मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझा सकते हैं, मुझे उम्मीद है कि हम बेहतर परिणाम हासिल करने में सक्षम होंगे. उन्होंने कहा, पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही है. सेना प्रमुख ने एक साक्षात्कार में कहा, हमें अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13 वें दौर की वार्ता होने की उम्मीद है.
चीन की हर गतिविधियों पर नजर
हम चीन की सभी गतिविधियों पर नियमित रूप से नजर रख रहे हैं. हमें मिली जानकारी के आधार पर हम बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सैनिकों के मामले में भी चीन के बराबर विकास कर रहे हैं, जो किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए आवश्यक हैं. फिलहाल, हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
चीनी सेनाओं की तैनाती
चीनियों ने हमारे पूर्वी कमान तक पूरे पूर्वी लद्दाख और उत्तरी मोर्चे पर काफी संख्या में तैनाती की है. निश्चित रूप से अग्रिम क्षेत्रों में उनकी तैनाती में वृद्धि हुई है जो हमारे लिए चिंता का विषय बना हुआ है. के -9 वज्र स्व-चालित तोपखाने के प्रदर्शन के बारे में सेना प्रमुख ने कहा कि ये तोपें ऊंचाई वाले इलाकों में भी काम कर सकती हैं, फील्ड ट्रायल बेहद सफल रहे हैं. हमने अब एक पूरी रेजिमेंट जोड़ ली है, यह वास्तव में मददगार होगा.
पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ में आई तेजी
हमने हर हफ्ते होने वाले हॉटलाइन संदेशों और डीजीएमओ स्तर की वार्ता के माध्यम से अवगत कराया है कि उन्हें (पाकिस्तान) किसी भी आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों को समर्थन नहीं देना चाहिए. फरवरी से जून के अंत तक पाक सेना द्वारा कोई संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं किया गया था, लेकिन हाल ही में घुसपैठ के प्रयासों में तेजी आई है जो सरासर संघर्ष विराम उल्लंघन हैं. 10 दिनों में दो बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हो चुका है, स्थिति फरवरी से पहले के दिनों में वापस आ रही है. हम नियमित रूप से अफगानिस्तान की स्थिति और इसके संभावित प्रभावों और नतीजों की निगरानी कर रहे हैं. यह किस रूप में होगा, यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन हमें हर स्थिति पर नजर है.
HIGHLIGHTS
- सेना प्रमुख ने कहा, पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही है
- पड़ोसी देशों के हम सभी हरकतों की निगरानी कर रहे हैं
- पाक की ओर से 10 दिनों में दो बार संघर्ष विराम का उल्लंघन