वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर लगातार बढ़ रही चीनी हरकत के बीच सेना प्रमुख एमएम नरवणे का बड़ा बयान सामने आया है. सेना प्रमुख ने कहा कि चीन एलएसी पर लगातार अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहा है. उन्होंने कहा कि चीन की हर हरकत पर भारतीय सेना की पैनी नजर है. चीन के जवाब में भारत भी एलएसी पर अपनी सैन्य तैनाती बढ़ा रहा है, लेकिन जल्द ही चीन के साथ 13वें दौर की बातचीत की जाएगी. आर्मी चीफ ने इस दौरान पाकिस्तान और अफगानिस्तान के मौजूदा हालातों को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों की मदद करना बंद करे. हालांकि उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से फरवरी से जुलाई तक सीजफायर का उल्लंघन नहीं किया गया है. के9 व्रज ने सीमा पर दुनिया को भारत की ताकत दिखाई है. के9 व्रज टैंक की मारक क्षमता 50 किलोमीटर तक है.
भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने शनिवार को लेह में कहा कि भारत और चीन अग्रिम स्थानों से अपने सैनिकों को पीछे हटाने के लिए अक्टूबर के मध्य में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर (एलएसी) 13वें दौर की सैन्य वार्ता करेंगे. सेना प्रमुख ने लद्दाख में अग्रिम स्थानों का दौरा किया और सर्दियां शुरू होने से पहले ही बल की परिचालन और रसद तैयारियों की समीक्षा की. मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, जनरल नरवणे ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की भारी तैनाती चिंता का विषय है. हालांकि उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि बातचीत के माध्यम से सैनिकों को पीछे हटा लिया जाएगा.
जनरल नरवणे, जो लद्दाख की दो दिवसीय यात्रा पर हैं, सेना के कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महात्मा गांधी की 152वीं जयंती के अवसर पर लेह में स्थापित खादी राष्ट्रीय ध्वज के अनावरण में शामिल हुए। लद्दाख के उपराज्यपाल आर. के. माथुर ने शनिवार को खादी के कपड़े से बने राष्ट्रीय ध्वज का उद्घाटन किया, जो दुनिया में इस तरह का सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज है. कहा जा रहा है कि झंडे की लंबाई 225 फीट, चौड़ाई 150 फीट और वजन 1,000 किलो है.
Source : News Nation Bureau