जम्मू एवं कश्मीर के राजौरी जिले में शनिवार को नियंत्रण रेखा के पास इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) यानी देसी बम के विस्फोट में सेना का एक अधिकारी शहीद हो गया और इसी क्षेत्र में पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन में एक जवान घायल हो गया. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टीनेंट देवेंद्र आनंद ने कहा, 'राजौरी के नौशेरा सेक्टर में आईईडी विस्फोट में एक मेजर शहीद हो गया.'
बम डिफ्यूज करने के दौरान मेजर चित्रेश सिंह बिष्ठ शहीद हो गए. हालांकि उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले चित्रेश सिंह बिष्ठ ने एक आईईडी बम को सफलता पूर्वक डिफ्यूज कर दिया था. लेकिन दूसरे बम को डिफ्यूज करने के दौरान हादसा हुआ.
अधिकारी ने कहा कि विस्फोट नियंत्रण रेखा से 1.5 किलोमीटर दूर लाम झांगर क्षेत्र में हुआ. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हो सकता है आईईडी आतंकवादियों ने लगाए हों.
उसी सेक्टर के बाबा खोदी क्षेत्र में संघर्ष विराम उल्लंघन में एक जवान घायल हो गया. जिसके बाद भारतीय सेना ने भी इसका माकूल जवाब दिया और क्षेत्र में दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है.
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वहीं, नौशेरा में पाकिस्तान में सीजर फायर का उल्लंघन करते हुए फिर से फायरिंग की है. जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया.
बता दें कि कश्मीर के पुलवामा में 14 जनवरी को एक आत्मघाती हमलवार ने अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी कथित रूप से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दी और उसमें विस्फोट कर दिया. इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए और कई अन्य घायल हो गए. 1989 में आतंकवाद की शुरुआत के बाद से यह हमला जम्मू एवं कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला है.
Source : News Nation Bureau