सिक्किम सेक्टर के डाकोला (डोकलाम) में भारतीय व चीनी सैनिकों के बीच चल रहे गतिरोध के बीच भारतीय सेना के उप प्रमुख शरत चंद ने मंगलवार को कहा कि आने वाले वक्त में चीन, भारत के लिए खतरा हो सकता है।
चीन की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, 'उत्तर की तरफ चीन है, जिसके पास विशाल आबादी, भारी संसाधन और एक पूर्णकालिक बड़ी सेना है..हमारे बीच हिमालय होने के बावजूद आने वाले वर्षो में चीन हमारे लिए खतरा हो सकता है।'
सेना के मास्टर जनरल ऑर्डिनेंस और कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के एक संयुक्त सम्मेलन को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल चंद ने कहा सैन्यीकरण के क्षेत्र में चीन, अमेरिका के साथ मुकाबला कर रहा है।
सेना उप-प्रमुख ने कहा, 'दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के नाते यह अमेरिका को पछाड़ने की दौड़ में शामिल है।'
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) द्वारा जारी हालिया आकड़ों के मुताबिक, अमेरिका रक्षा के क्षेत्र में दुनिया का सर्वाधिक खर्च करने वाला देश है। अमेरिका का रक्षा खर्च साल 2015 के मुकाबले 2016 में 1.7 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 611 अरब डॉलर रहा, जबकि चीन का रक्षा खर्च इस अवधि में 5.4 फीसदी बढ़कर 215 अरब डॉलर रहा।
सर्वाधिक सैन्य खर्च के मामले में दुनिया में भारत का पांचवां स्थान है, जिसने रक्षा पर साल 2016 में 8.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 55.9 अरब डॉलर खर्च किया।
उन्होंने कहा कि चीन ने रक्षा खर्च के बड़े हिस्से का खुलासा ही नहीं किया है।
शरत चंद ने कहा, 'चीन ने रक्षा खर्च के बड़े हिस्से का खुलासा ही नहीं किया है..पश्चिम में पाकिस्तान छोटी अर्थव्यवस्था, छोटी सेना वाला राष्ट्र है..इस प्रकार वे कम तीव्रता के संघर्ष का रास्ता अख्तियार कर सकते हैं, जिससे चीन को फायदा होता हो।'
चंद ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत को सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'हमें सुरक्षा पर अधिक ध्यान देना होगा, जो हम अब कर रहे हैं।'
शरत चंद ने जम्मू-कश्मीर में एक स्कूल पर गोलीबारी के लिए पाकिस्तान की भर्त्सना भी की।
सेना उप-प्रमुख ने कहा, 'पाकिस्तान ने स्कूल पर गोलीबारी की, जो कुछ ऐसा है, जिसे हम नहीं करेंगे। जब हम जवाब देते हैं, तो यह सुनिश्चित करते हैं कि निशाने पर पाकिस्तानी सेना हो। यह देखना दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह इतना नीचे गिर चुके हैं और बच्चे घायल हुए।'
Source : IANS