कश्मीर के कुलगाम में हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा आतंकियों की 'कबूतरबाजी' में पकड़े गए डीएसपी देविंदर सिंह का अतीत दागदार है. उसने न सिर्फ संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को कार मुहैया कराई थी, बल्कि उसपर वसूली के भी कई आरोप हैं. अब इस मामले में पता चला है कि देविंदर सिंह ने 12 लाख रुपए में दोनों आतंकियों को चंडीगढ़ पहुंचाने का 'ठेका' लिया था. इस काम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए डीएसपी ने चार दिन की छुट्टी भी ली थी. देविंदर सिंह की 'गहराई' नाप रही जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सामने आए तथ्यों के बाद पसोपेश में हैं. संभवतः इसी कारण देविंदर सिंह और आतंकियों से पूछताछ में आईबी और रॉ सरीखी केंद्रीय खुफिया संस्थाओं को भी शामिल करने का निर्णय किया गया है.
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आतंकियों के लिए हथियारों की डील भी करता था डीएसपी
गौरतलब है कि पुलिस अधिकारी देविंदर सिंह का नाम संसद हमले के बाद भी चर्चा में आया था. बताया जा रहा है भारतीय लोकतंत्र के 'मंदिर' संसद पर आतंकी हमले के केंद्रीय साजिशकर्ता गुरु अफजल ने यह दावा किया था कि उसे कार देविंदर सिंह ने ही उपलब्ध करवाई थी. फिलवक्त पुलिस महानिरीक्षक कश्मीर विजय कुमार ने इससे इंकार किया है. हालांकि उन्होंने पत्रकार वार्ता में साफ-साफ यही कहा कि फिलहाल उनके पास इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं है. इससे पूर्व भी डीएसपी कई बार आरोपों के घेरे में आ चुके हैं. इसमें वूसली के आरोप भी हैं. सूत्रों की मानें तो कुख्यात आतंकियों के लिए हथियारों की डील कराने का जिम्मा भी डीएसपी के पास था.
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कश्मीर में आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी
डीएसपी से प्रारंभिक पूछताछ के आधार पर सुरक्षाबलों ने श्रीनगर के खमनू और बड़गाम समेत कश्मीर में आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है. कुख्यात आतंकी नवीद की निशानदेही पर कुछ हथियार भी बरामद किए हैं. हालांकि जांच एजेंसियां अभी इस संबंध में कुछ भी बताने से बच रही हैं. अधिकारियों के अनुसार पूछताछ पूरी होने के बाद ही मामले की तह सामने आ सकेगी. बताया जा रहा है कि नवीद और उसके साथी के हथियारों की डील संभवत: जम्मू के सांबा में होनी थी. इसके बाद दोनों आतंकी कुछ महीने चंडीगढ़ में ही ठहरने वाले थे. जाहिर है पूछताछ के आधार पर ही आतंकियों के मंसूबों और साजिश का पता चल सकेगा.
HIGHLIGHTS
- देविंदर सिंह ने 12 लाख में दोनों आतंकियों को चंडीगढ़ पहुंचाने का 'ठेका' लिया था.
- इस काम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए डीएसपी ने चार दिन की छुट्टी भी ली थी.
- कुख्यात आतंकियों के लिए हथियारों की डील कराने का जिम्मा भी डीएसपी के पास था.
Source : News State